आज है चैत्र मास की शिवरात्रि?जानें क्या है शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू पंचाग के अनुसार, प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इनमें से चैत्र मास में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि की विशेष धार्मिक मान्यता है। शास्त्रों में चैत्र मास का विशेष धार्मिक महत्व बताया गया है। इस वर्ष यह शिवरात्रि 30 मार्च 2022, बुधवार को पड़ रही है। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं।
शिवरात्रि शिव और शक्ति का संगम है। माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है। चैत्र मास की इस शिवरात्रि के दिन विधि पूवर्क व्रत और पूजा करने से भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती है और दांपत्य जीवन में मधुरता आती है। आइए जानते हैं मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में...
मुहूर्त
तिथि आरंभ: 30 मार्च 2022, बुधवार दोपहर 01 बजकर 19 मिनट से
तिथि समापन: 31 मार्च 2022, दोपहर 12 बजकर 22 मिनट तक
पूजा समय: रात 12 बजकर 02 मिनट से देर रात 12 बजकर 48 मिनट तक
पूजा विधि
शिव चतुर्दशी व्रत में महादेव शिव के साथ माता पार्वती, गणेश जी, कार्तिकेय जी एवं शिवगणों की पूजा की जाती है। शिव जी की पूजा में प्रथम भगवान शिव का अभिषेक किया जाता है। उनके अभिषेक में जल, दूध, दही, शुद्ध घी, शहद, शक्कर या चीनी, गंगाजल तथा गन्ने के रसे आदि से अभिषेक किया जाता है।
अभिषेक करने के बाद बेलपत्र, समीपत्र, कुशा तथा दुर्बा आदि चढ़ाकर शिवजी को प्रसन्न करते हैं। अंत में गांजा,भांग, धतूरा तथा श्री फल(नारियल) शिव जी को भोग के रुप में समर्पित किया जाता है। शिव चतुर्दशी के दिन पूरा दिन निराहार रहकर इनके व्रत का पालन किया जाता है। शिव चतुर्दशी के दिन रात्रि के समय शिव मंत्रों का जाप करना चाहिए।
Created On :   30 March 2022 5:12 AM GMT