इस व्रत को करने से विवाह में आ रही रुकावटें होंगी दूर, जानें पूजा विधि
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं। मार्च माह में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि के दिन विशेष संयोग बन रहा है। यह संयोग है सोमवार के दिन का, जो भगवान शिव की उपासना के लिए सबसे शुभ माना गया है। इस माह में मासिक शिवरात्रि 20 मार्च 2023, शुक्रवार को पड़ रही है।
मान्यता है कि, इस व्रत को करने से कुंवारी कन्याओं को मानचाहे वर की प्राप्ति होती है, साथ ही विवाह में आ रही रुकावटें दूर होती हैं। शास्त्रों के अनुसार देवी लक्ष्मी, सरस्वती, इंद्राणी, गायत्री, सावित्री, पार्वती और रति ने शिवरात्रि का व्रत किया था और शिव कृपा से अनंत फल प्राप्त किए थे। इस दिन शिव लिंग पर पुष्प चढ़ाने तथा शिव के मंत्रों के जप का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं पूजा की विधि और मुहूर्त...
मुहूर्त
चतुर्दशी प्रारम्भ: 20 मार्च सुबह 04 बजकर 55 मिनट से
चतुर्दशी समाप्त: दोपहर 01 बजकर 47 मिनट तक
पूजा का शुभ मुहूर्त: 20 मार्च दोपहर 12:05 बजे से 21 मार्च रात 12:52 बजे तक
शिव चतुर्दशी व्रत विधि
- सुबह सूर्योदय से पूर्व उठकर नित्यक्रमादि से निवृत्त होकर स्नान करें।
- सूर्यदेव को जल दें और व्रत का संकल्प लें।
- इस दिन भगवान शिव की पूजा में सबसे पहले शिवलिंग का अभिषेक करें।
- शिवलिंग का अभिषेक जल, दूध, दही, शुद्ध घी, शहद, शक्कर या चीनी, गंगाजल तथा गन्ने के रसे आदि से करें।
- अभिषेक के दौरान ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
- अभिषेक करने के बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, समीपत्र, कुशा तथा दुर्बा आदि चढ़ाएं।
- पूजा के दौरान गाय के घी का दीपक जलाएं।
- पूजा के अंत में शिव जी को भोग के रुप में गांजा, भांग, धतूरा तथा श्री फल (नारियल) समर्पित करें।
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Created On :   20 March 2023 8:48 AM GMT