कुंभ संक्रांति: आज करें इन पवित्र नदियों में स्नान, इन 10 कार्यों से मिलेगा शुभ फल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सूर्य के मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करने पर कुंभ संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। हिंदू पंचाग के अनुसार ग्यारहवें महीने की शुरुआत भी इस पर्व को माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन सभी देवता पवित्र नदियों में आकर स्नान करते हैं। इस बार कुंभ संक्रांति का पर्व 13 फरवरी यानी के आज मनाया जा रहा है। ज्योतिष के अनुसार हिंदू धर्म में सबसे प्रमुख मकर संक्रांति को माना जाता है और उसके बाद कुंभ संक्रांति को पुण्य कर्मों के लिए श्रेष्ठ माना गया है। इस दिन गंगा नदी के पवित्र जल में स्नान करने के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस दिन श्रद्धालुओं को अपने समृद्ध जीवन के लिए प्रार्थना में देवी गंगा का ध्यान करना चाहिए। जो व्यक्ति गंगा नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं वह व्यक्ति अपने पापों से मुक्त होने के लिए यमुना, गोदावरी, और शिप्रा जैसी नदियों में स्नान के लिए जा सकते हैं। कुंभ संक्रांति के दिन अन्य सभी संक्रांति भक्तों जैसे खाद्य वस्तुओं, कपड़े और ब्राह्मणों के लिए अपनी आवश्यकताओं के सभी प्रकार के दान करने चाहिए। इसके अलावा इस दिन ब्राह्मणों को भोजन करवाना और दान देना शुभ माना जाता है।
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शुभ मुहूर्त
पुण्य काल
13 फरवरी, गुरुवार सुबह 09:22 बजे से
13 फरवरी, गुरुवार दोपहर 03:18 बजे तक
कुल अवधि 05 घण्टे 56 मिनट्स
महा पुण्य काल का समय
13 फरवरी, गुरुवार दोपहर 01:27 बजे से
13 फरवरी, गुरुवार 03:18 बजे तक
कुल अवधि 01 घण्टा 51 मिनट्स
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इस दिन करें ये काम
- इस दिन खाद्य वस्तुओं, वस्त्रों और गरीबों को दान देने से दोगुना पुण्य मिलता है।
- इस दिन दान करने से अंत काल में उत्तम धाम की प्राप्ति होती है।
- इस शुभ दिन सूर्य भगवान की विधि-विधान से पूजा करने पर उस घर-परिवार में किसी भी सदस्य के ऊपर कोई मुसीबत या रोग नहीं आता।
- भगवान आदित्य की पूजा और उनके आर्शीवाद से जीवन के अनेक दोष भी दूर हो जाते हैं। इससे प्रतिष्ठा और मान-सम्मान में भी वृद्धि होती है।
- इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- इस दिन सुख-समृद्धि पाने के लिए मां गंगा का ध्यान करें।
- यदि आप कुंभ संक्रांति के अवसर पर गंगा नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं तो आप यमुना, गोदावरी या अन्य किसी भी पवित्र नदी में स्नान कर पुण्य की प्राप्ति कर सकते हैं।
- इस दिन पर सूर्यदेव के बीज मंत्र का जाप किया जाए तो मनुष्य को अपने दुखों से छुटकारा शीघ्र मिल जाता है।
Created On :   13 Feb 2020 12:29 PM IST