जानिए कांच का टूटना शुभ है या अशुभ?
डिजिटल डेस्क । भारत में हर चीज होने या ना होने का एक कारण समझा जाता है। जैसे अगर कुछ गलत होता है तो क्यों हुआ, क्या भगवान को नाराज किया या किसी गलत शक्ति को न्योता दिया। इस तरह की अंधविश्वास से भरी बातें दिमाग में आने लगती है। छींक आना, बिल्ली का रास्ता काटना, कुत्ते का रोना और दूध का उबल कर गिरना इन सभी को अपशकुन घटनाओं से जोड़ा जाता है। ठीक ऐसी ही एक धरणा कांच को लेकर भी है। कांच टूटने को लेकर लोगों का मानना है कि अगर किसी शुभ अवसर पर कांच, आइना या कांच की कोई वस्तु टूट जाए तो कुछ अपशकुन होने वाला है। वहीं कुछ का मानना है कि कांच टूटना शुभ होता है ये किसी अच्छी घटना होने का संकेत है। दो तरह की धारणा को लेकर आज हम आपको बताएंगे की आखिर कांच का टूटना शुभ है या अशुभ।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में गोल या फिर अंडाकार आकर के शीशे को नहीं रखना चाहिए। ऐसा आईना घर की सकारात्मक उर्जा को नष्ट कर नकारात्मक माहोल बनाता हैं। इसलिए जहाँ तक हो सके बाजार से स्केयर (चौखट) आकार का कांच ही लाए।
इसके अलावा इस बात का ध्यान भी रखे कि आईने की फ्रेम का रंग तीखा या भड़कीला नहीं होना चाहिए। हो सके तो नीला, सफ़ेद, क्रीम इत्यादि रंग की फ्रेम वाले कांच घर में लगाए।
कई बार कांच के टूट जाने के बाद भी लोग उसे इस्तेमाल करते रहते हैं या घर के किसी कौने में यूं ही पटक देते हैं, लेकिन हम आपको बता दे कि घर में टूटा हुआ कांच रखना शुभ नहीं माना जाता। जैसा कि हमने आपको बताया टूटा कांच घर में आने वाली विपदा को अपने ऊपर ले लेता हैं। ऐसे में घर में टुटा कांच रखने से विपदा घरके अन्दर ही रहती हैं। इसलिए टूटे कांच को जितना जल्दी हो सके घर के बाहर कूड़ेदान में डाल दें।
साइंस के मुताबिक कांच का टूटना अपशकुन नहीं होता क्योंकि कांच भी एक वस्तु है जिसका यूज करने पर उसे एक न एक दिन टूटना ही है । ठीक वैसे ही वास्तु शास्त्र के अनुसार कांच का टूटना अच्छा समझा जाता है क्योंकि वास्तु शास्त्र के अनुसार कांच तभी टूटता है जब आप पर कोई परेशानी आनी होती है। यानी कांच आप पर आने वाली बला को खुद पर ले लेता है और टूट जाता है। आपको बता दें कि वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि कांच टूट जाए तो उसे जितना जल्दी हो सके बाहर फेंक देना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से कांच के साथ-साथ आप पर आने वाली बला भी कांच के साथ ही घर से बाहर चली जाएगी।
Created On :   4 Aug 2018 12:45 PM IST