कामदा एकादशी: इस व्रत को करने से होती है मोक्ष की प्राप्ति, जानें शुभ मुहूर्त
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में वैसे तो एकादशी का काफी महत्व होता है। वहीं चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी विशेष होती है, जिसे कामदा एकादशी कहा जाता है। यह हिंदू संवत्सर की पहली एकादशी होती है, जो कि इस वर्ष 04 अप्रैल यानी कि आज शनिवार को है। कामदा एकादशी के दिन भगवान श्रीहरि विष्णु की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है।
कामदा एकादशी का व्रत बहुत ही फलदायी होती है, इसलिए इसे फलदा एकादशी भी कहते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कामदा एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा से प्रेत योनि से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं इस एकादशी की पूजा विधि और महत्व...
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शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि का प्रारंभ: 03 अप्रैल, रात 12:58 बजे
तिथि का समापन: 04 अप्रैल, 10:30 बजे तक।
पूजा विधि
- कामदा एकादशी के दिन सुबह उठकर नित्यक्रिया से निवृत्त होने के बाद स्नान करें।
- इसके बाद निर्मल वस्त्र धारण कर कामदा व्रत का संकल्प लेना चाहिए।
- व्रत का संकल्प लेने के बाद भगवान विष्णु की पूजा करें।
- श्रीहरि को फल, फूल, दूध, तिल, पंचामृत इत्यादि सामग्री अर्पण करें।
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- इस दिन व्रती को एकादशी व्रत की कथा सुननी चाहिए।
- वहीं रात्रि में भगवान का भजन-कीर्तन करते हुए जागरण करना चाहिए।
- इसके दूसरे दिन द्वादशी को ब्राह्मण या किसी भूखे गरीब को भोजन करवाकर, दान-दक्षिणा देना चाहिए।
- इसके बाद आप भोजन करें।
Created On :   3 April 2020 3:41 PM IST