शुक्रवार को करें ये सरल उपाय, कार्य में मिलेगी सफलता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कार्यक्षेत्र या परिवार से जुड़े मामलों में कई अनचाहे परिणाम कुछ मौकों पर गहरे अवसाद में डूबो देते हैं। दरअसल काम और सफलता में संकल्प शक्ति निर्णायक होती है। कठोर संकल्प शक्ति के बिना मनोबल दम तोड़ देता है। इससे कर्म पूरे समर्पण भाव से नहीं होते और लक्ष्य या सफलता को पाना मुश्किल हो जाता है। शास्त्रों में देवी की पूजा पवित्र और मजबूत संकल्प शक्ति से ही करना बेहद असरकारी मानी गई है।
भय, संशय और निराशा से मुक्त जीवन के लिए देवी की पूजा विशेष दिनों जैसे शुक्रवार विशेष देवी मंत्रों के साथ करने का महत्व बताया गया है। जो जातक पूरी श्रद्धा भाव के साथ माता की भक्ति करते हैं उनमें तप, त्याग,वैराग्य, सदाचार, संयम और आत्मबल की वृद्धि होती है। बताया जाता है कि देवी का ये स्वरूप अनंत फल देने वाला है। उनके अंदर तप, त्याग,वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है।
ऐसे करें पूजा
- शुक्रवार की सुबह व शाम स्नान के बाद स्वच्छ लाल वस्त्र पहनकर दुर्गा प्रतिमा या नवदुर्गा की तस्वीर को रखें। पूजा में सर्वप्रथम माता को फूल, अक्षत, रोली, चंदन, से पूजा करें तथा उन्हें दूध, दही, शर्करा, घृत, व मधु से स्नान करायें व देवी को प्रसाद अर्पित करें। प्रसाद के बाद आचमन और फिर पान, सुपारी भेंट कर इनकी प्रदक्षिणा करें। कलश देवता की पूजा के बाद इसी प्रकार नवग्रह, दशदिक्पाल, नगर देवता, ग्राम देवता, की पूजा करें।
- देवी पूजा के बाद 10 देवी मंत्र है, जो बोलने में बहुत छोटे हैं, लेकिन बहुत ही असरकारी हैं और बड़ी से बड़ी परेशानियों से मुक्ति देंगे। अदभुत देवी मंत्र का उपाय -
देवी के सामने धूप व दीप जलाकर नीचे लिखे 10 देवी मंत्र गहरी श्रद्धा और सुख-सफलता भरे जीवन की कामना के साथ स्मरण करें –
ॐ महाविद्यायै नमः।
ॐ जगन्मात्रे नमः।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः।
ॐ शिवप्रियायै नमः।
ॐ विष्णुमायायै नमः।
ॐ शुभायै नमः।
ॐ शान्तायै नमः।
ॐ सिद्धायै नमः।
ॐ सिद्धसरस्वत्यै नमः।
ॐ क्षमायै नमः।
Created On :   25 April 2019 8:22 AM GMT