होलिका दहन के दिन भूल से भी न करें ये गलतियां, नहीं तो उठाना  पड़ सकता है भारी नुकसान 

Do not do this mistake even by mistake on the day of Holika Dahan, otherwise you may have to bear heavy loss
होलिका दहन के दिन भूल से भी न करें ये गलतियां, नहीं तो उठाना  पड़ सकता है भारी नुकसान 
होली स्पेशल होलिका दहन के दिन भूल से भी न करें ये गलतियां, नहीं तो उठाना  पड़ सकता है भारी नुकसान 

डिजिटल डेस्क, भोपाल।  भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है। हर एक पर्व का अपना एक अलग महत्व होता है और उसे मनाने का तरीका भी भिन्न होता है। होली भी उन्हीं में  से एक है। होली का अपना एक पौराणिक इतिहास भी है। प्राचीन काल से ही होलिका दहन करने की परंपरा चली आ रही है। यह पर्व लोगो को आपस में भाईचारा, प्रेम, स्नेह से साथ में रहने की प्रेरणा देता है। 

देश के ज्यादतर हिस्सों में होलिका दहन पर लोग सूखे व पुराने पेड़ों की लकड़ी और उपलों (गोबर से बने कंड़े) को एक स्थानीय जगह पर इकट्ठा करके उसमें अग्नि प्रवाहित की जाती है। लेकिन ज्योतिष के अनुसार होलिका दहन के दिन हमें कुछ गलतियां भूल से भी नहीं करनी चाहिए।
 
उधार पैसा न लें-

ऐसा कहा जाता है कि होलिका दहन के दिन किसी से पैसा उधार नहीं लेना चाहिए। जो लोग इस दिन धन का लेन-देन करते हैं, उन्हें हमेशा दरिद्रता घेर लेती है। ऐसा करने से घर की सुख-शान्ति में भी कमी आती है। इसलिए यह गलती भूलकर भी न करें।

ऐसे लोग न करें होलिका दहन 
ज्योतिष की मानें तो जिस दंपति के पास केवल एक पुत्र होता है, ऐसे लोगों को होलिका दहन में अग्नि प्रवाहित नहीं करनी चाहिए। 

सफेद चीजें खाने से बचें

होलिका दहन के दिन सफेद रंग की चीजें खाने से परहेज करना चाहिए। इस दिन सफेद चीजों का सेवन उचित नहीं माना जाता है। इसलिए बतासा ,सफेद मिठाई, दूध ,खीर, दही आदि से परहेज करना चाहिए।

इन पेड़ों की लकड़ी न जलाएं

होलिका दहन में आम, वट और पीपल की लकड़ी नहीं जलानी चाहिए। असल में फाल्गुन मास में इन पेड़ों में नई कोपलें निकलती हैं। इसलिए इन्हें जलाना वर्जित माना जाता है। आप होलिका दहन के लिए उपले, झाड़,  गूलर या अरंड के पेड़ों की सूखी लकड़ी का उपयोग करें तो बेहतर होगा ।

होलिका दहन के दिन क्या करना होता है शुभ

होलिका दहन पर होलिका की 7 बार परिक्रमा अवश्य करनी चाहिए। और उसमें लौंग, इलायची, मिठाई, अनाज आदि डालना शुभ माना जाता है। होलिका दहन के बाद चंद्र दर्शन करने से अकाल मृत्यू का भय दूर होता है। होलिका दहन के दिन परिवार के सभी लोगों को गेहूं और गुड़ से बनी रोटी खानी चाहिए।

 

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   6 March 2023 4:30 PM GMT

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