इस मुहूर्त में करें पूजा, जानें इस पर्व का महत्व
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म के सबसे बड़े त्योहारों में से एक दीपावली के कुछ ही दिन शेष हैं। इस पर्व की शुरुआत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि यानी कि धनतेरस से मानी जाती है। इस दिन धन और वैभव देने वाली इस त्रयोदशी का विशेष महत्व माना गया है और लक्ष्मी– गणेश व कुबेर की पूजा की जाती है। इस वर्ष धनतेरस 02 नवंबर 2021, मंगलवार को है।
शास्त्रों के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान त्रयोदशी के दिन भगवान धनवंतरी प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन को धन त्रयोदशी कहा जाता है। इस दिन स्वास्थ्य और औषधियों के देवता धनवन्तरी की पूजा कर अपने व परिवार के लोगों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की जाती है। इसके अलावा भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और कुबेर जी की पूजा की जाती है। इन सभी पूजाओं को घर में करने से स्वास्थ्य और समृद्धि बनी रहती है।
शुभ मुहूर्त
मुहूर्त: शाम 06 बजकर 18 मिनट से लेकर रात के 08 बजकर 11 मिनट तक
शुभ खरीदारी की कुल अवधि: 1 घंटे 52 मिनट तक
प्रदोष काल :17:35 मिनट से 20:11 मिनट तक
वृषभ काल :18:18 मिनट से 20:14: मिनट तक
ऐसे करें पूजा
1. धनतेरस पूजन के लिए सबसे पहले एक लकड़ी का पट्टा लें और उस पर स्वास्तिक का निशान बना लें।
2. इसके बाद इस पर एक तेल का दिया जला कर रख दें और दिए को किसी चीज से ढक दें।
3. दिए के आस- पास तीन बार गंगा जल छिड़कें।
4.दीपक पर रोली और चावल का तिलक लगाएं।
5. दीपक में थोड़ी सी मिठाई डालकर मीठे का भोग लगाएं।
6. दीपक में 1 रुपया रखें, रुपए चढ़ाकर देवी लक्ष्मी और गणेश जी को अर्पण करें
इसके बाद दीपक को प्रणाम करें और परिवार के लोगों के साथ आशीर्वाद लें।
7. यह दिया अपने घर के मुख्य द्वार पर रख दें, ध्यान रखें कि दिया दक्षिण दिशा की ओर रखा हो।
Created On :   30 Oct 2021 5:07 PM IST