दिवाली पर वास्तु अनुसार ऐसे करें घर की साज सज्जा, माता लक्ष्मी की बरसेगी कृपा
डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। दिवाली को हिन्दूओं का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। पांचाग के अनुसार इस साल दिवाली का त्योहार 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन घर में भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। दीपावली के दिन लक्ष्मी की विशेष कृपा पाने के लिए दिवाली आने के एक महीने पहले से घरों में साफ सफाई का काम शुरु हो जाता है। ताकि दिवाली आने तक घर अच्छी तरह साफ सफाई हो जाए। कुछ लोग घर पर नया पेंट करवा रहें होगें। तो वहीं कुछ लोग घर पर कुछ नया समान लाने के बारें में सोच रहें होंगे। आपको बता दें की घर को सजाने और संवारने के लिए वास्तु के नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। अगर हम दिवाली पर वास्तु का ध्यान रखते हुए घर की साज सज्जा करते हैं तो, हमारें घर में मां लक्ष्मी का प्रवेश होता है। तो आईये जानते है वास्तु के अनुसार कैसे करें अपने घर की साज सज्जा-
दिवाली से पहले इन वस्तुओं को घर से करें दूर
दिवाली से पहले घर में उपस्थित पुरानी और बेकार वस्तुएं जो उपयोग ना हो उन्हें हटा दें। पुराने खराब हो चुके फूल, पुराना पड़ा कबाड़ का सामान, अखबार की रद्दी, टूटे शीशे और खराब जूते चप्प्ल। ये सभी चीजें दिवाली से पहले घर से हटा देनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि पुरानी पड़ी कबाड़ चीजों से एक प्रकार की नेगेटिव एनर्जी उत्पन्न होती है और ये धन आगमन के रास्ते में रूकावट उत्पन्न करती हैं। इसलिए इन्हें दिवाली की सफाई में हटा देना ही उचित है।
दीपावली पर मुख्य द्वार को ऐसे करें तैयार
दीपावली पर सफाई करते समय मुख्य द्वार की अच्छे से साफ सफाई करें। अगर मुख्य द्वार पर दरवाजा आवाज करता है तो उसे सही करवा लें। दरवाजे में से किसी प्रकार का आवाज आना अशुभ माना जाता है। मुख्य द्वार पर चांदी का स्वास्तिक लगाएं और प्रवेश द्वार पर लक्ष्मीजी के चिह्न लगाएं। दरवाजे को सजाने के लिए आम के पत्ते के बना बंदनबार लगाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी का प्रवेश आपके घर में होगा।
ईशान कोण को साफ रखें
घर में पूर्व और उत्तर दिशाएं जहां पर मिलती हैं उस स्थान को ईशान दिशा कहते हैं। और वास्तु के अनुसार घर में इस स्थान को ईशान कोण कहते हैं। भगवान शिव का एक नाम ईशान भी है। इसीलिए इस दिशा को ईशान कोण कहा जाता है। दीपावली से पहले ईशान कोण की ठीक से साफ-सफाई कर लें। ध्यान रखें कि ईशान कोण देव स्थान होता है, इसलिए इस स्थान का साफ-सुथरा और खाली होना बहुत जरूरी होता है। ईशान कोण में कोई भी फालतू सामान न रखें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और आपके घर से बिना आशीर्वाद के लौट जाती हैं।
घर का ब्रह्म स्थान
ईशान कोण के बाद घर का सबसे अहम हिस्सा होता है ब्रह्म स्थान। ब्रह्म स्थान हर घर के बीचोंबीच का हिस्सा होता है। इस स्थान का खुला होना, साफ-सुथरा होना और खाली होना सबसे जरूरी होता है। इस स्थान को ठीक से साफ कर लें और यदि यहां कोई भारी फर्नीचर रखा है तो उसे हटा दें और कोई बिना प्रयोग का सामान यहां न रखें।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   20 Oct 2022 6:07 AM GMT