घर में सात घोड़ों की तस्वीर लगाने से पहले इसे जरूर पढ़ लें, कंगाली का सामना करने से बच सकते हैं आप
डिजिटल डेस्क, भोपाल। वास्तु शास्त्र में कई ऐसे नियम और उपाय बताए गए हैं जिनका इस्तेमाल करके मनुष्य के जीवन में खुशहाली, संपन्नता और समृद्धता आ सकती है। वास्तु शास्त्र का ज्ञान होना सभी के लिए बहुत आवश्यक है। वास्तु शास्त्र का ज्ञान होने से आप के घर में धन आगमन की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही इसके ज्ञान से कंगाली से बचा जा सकता है। गृह क्लेश से छुटकारा पाने और मानसिक शांति के लिए वास्तु दोष का दूर के लिए वास्तु शास्त्र का ज्ञान होना बहुत जरुरी है। ऐसा करने से घर में शांति और सुख का वातावरण बना रहता है। नकारात्मक ऊर्जा को दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ती है। इससे उनका परिवार समृद्ध और कष्ट मुक्त रहता है। वास्तु की जानकारी से आप अपने घर में वही वस्तु लेकर आएंगे या सही जगह रखेंगे जो आपके लिए फायदेमंद है। इसलिए आज हम आप को सात घोड़ों की तस्वीर के बारे में वास्तु से जुड़े कुछ जरूरी टिप्स बता रहे हैं। जानिए 7 घोड़ों की तस्वीर घर में लगाने से क्या होता है।
घर में न लगाएं 7 घोड़ों की ऐसी तस्वीर
- घर में सात घोड़ों की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है, अगर आप अपने घर में सात घोड़ों की तस्वीर लगाना ही चाहते हैं, तो यह ध्यान में जरुर रखे कि जो तस्वीर है उसमें घोड़े अलग-अलग दिशाओं में न भाग रहे हों।
- आप को अपने घर में अकेले घोड़े की फोटो बिल्कुल नहीं लगानी चाहिए।
- घर में कभी भी ऐसे घोड़े की तस्वीर न लगाए जो रथ खींच रहे हों।
- अगर आप गृह कलेश और धन हानि से बचना चाहते हैं , तो युद्ध स्थल में भागते हुए घोड़े की फोटो कभी मत लगाएं।
- व्यथित और क्रोधित घोड़े की तस्वीर लगाने से घर में अशांति आ जाती है।
- अगर आप अपने घर में सात घोड़े की तस्वीर लगाना चाहते हैं तो यह ध्यान रखना चाहिए कि सातों घोड़े एक ही रंग के हों।
- घर में घोड़े की तस्वीर लगाने से पहले आप को यह ध्यान रखना चाहिए की घोड़ों का रंग केवल सफेद होना चाहिए।
- घर में कभी -भी अलग-अलग अंग वाले घोड़े नहीं होने चाहिए।
- घर में दौड़ते हुए घोड़े की तस्वीर लगाना ही शुभ माना जाता है जिससे घर में संपन्नता और सुख शांति का वातावरण बना रहता है।
- एक ही जगह पर बैठे हुए या खड़े हुए घोड़ों की तस्वीर बिल्कुल नहीं लगानी चाहिए। इससे घर में कलेश बढ़ जाता है।
डिसक्लेमरः वास्तु से जुड़ी ये जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर है। भास्कर हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है।
Created On :   27 May 2022 11:39 AM IST