Mahakumbh 2025: महाकुंभ के नाम 3 वर्ल्ड रिकॉर्ड, लेकिन 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ गिनीज बुक से बाहर
- 45 दिनों में 66 करोड़ से अधिक लोगों ने डुबकी लगाई
- गंगा नदी की सफाई गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज
- दूसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड साफ सफाई के लिए दर्ज हुआ है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। संगम नगरी प्रयागराज में पूरे 12 वर्षों के बाद आयोजित हए भव्य महाकुंभ का समापन बीते दिनों हो चुका है। लेकिन अब भी यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 45 दिनों तक चलने वाले महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक लोगों ने पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाई। यह एक बड़ी संख्या है, लेकिन हैरानी की बात यह कि दुनिया के लिए यह कोई वर्ल्ड रिकॉर्ड नहीं है। दरअसल, हाल ही में महाकुंभ के नाम तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हुए हैं। लेकिन 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ गिनीज बुक से बाहर रही।
महाकुंभ के नाम ये 3 रिकॉर्ड
महाकुंभ ने तीन ऐतिहासिक विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल हैं। इनमें पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड गंगा सफाई के लिए है। बता दें कि, गंगा नदी की सफाई के लिए 329 स्थानों पर एक साथ सबसे बड़ा सफाई अभियान चलाया गया। यह पहली बार था जब दुनिया में किसी नदी की सफाई के लिए ऐसा अनौखा अभियान चलाया गया।
दूसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड साफ सफाई के लिए दर्ज हुआ है। महाकुंभ में 19,000 सफाई कर्मियों ने एक साथ झाड़ू उठाकर मेला क्षेत्र की सफाई की। यह रिकॉर्ड भी गिनीज बुक में दर्ज हुआ। जबकि, तीसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड हैंड प्रिंट पेंटिग में दर्ज हुआ है। यहां कुल 8 घंटों में 10 हजार 102 लोगों ने एक साथ मिलकर अपने हाथों की छाप से हैंड पेंटिंग बनाई और एक नया विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया।
भीड़ गिनीज बुक से बाहर
यहां बता दें कि, सरकारी आंकड़ों के अनुसार महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक लोगों ने महाकुंभ में स्नान कर पुण्य लाभ लिया। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है, लेकिन गिनीज बुक से भीड़ बाहर है। ऐसा क्यों हुआ इसको लेकर सरकार ने फिलहाल वजह स्पष्ट नहीं की है। बाकी तीनों पहल में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने प्रमाण-पत्र जारी किए हैं।
Created On :   28 Feb 2025 6:13 PM IST