Chaitra Navratri 2024: मां महागौरी की पूजा से जीवन होगा सुखमय, जानें पूजा विधि और मंत्र

मां महागौरी की पूजा से जीवन होगा सुखमय, जानें पूजा विधि और मंत्र
  • मां महागौरी की पूजा 16 अप्रैल 2024 को होगी
  • इस स्वरूप की पूजा से पापों का नाश होता है
  • देवी की पूजा से मन में विचारों की शुद्धता आती है

डिजिटल डेस्क, भोपाल। चैत्र नवरात्रि के सात दिन पूर्ण होने को हैं और अब बारी है आठवें दिन की। यह दिन विशेष माना गया है और इस दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी (Maa Mahagauri) की आराधना की जाती है। यह धन-वैभव और सुख-शान्ति की अधिष्ठात्री देवी है, माता की पूजा से जीवन सुखमय होता है। इस दिन कन्या पूजा किए जाने की परंपरा भी है। इस बार मां महागौरी की पूजा 16 अप्रैल 2024, मंगलवार को की जा रही है।

कई लोगों के घरों में इसी दिन कुल देवी की पूजा भी की जाती है। मान्यता है कि, देवी के इस उज्जवल स्वरूप की विधि विधान से पूजा करने से पापों का नाश होता है। साथ ही मन में विचारों की शुद्धता आती है और हर प्रकार की नकारात्मकता दूर होती है। आइए जानते हैं देवी के स्वरूप के बारे में, साथ ही जानते हैं पूजा विधि और मंत्र...

मां महागौरी का स्वरूप

माता महागौरी को अत्यंत सौम्य देवी के रूप में जाना जाता है। महागौरी वर्ण पूर्ण रूप से गौर अर्थात सफेद हैं और इनके वस्त्र व आभूषण भी सफेद रंग के हैं। ये मां दुर्गा की आठवी शक्ति हैं। मां का वाहन वृषभ अर्थात बैल है। मां के दाहिना हाथ अभयमुद्रा में है और नीचे वाला हाथ में दुर्गा शक्ति का प्रतीक त्रिशुल है। महागौरी के बाएं हाथ के ऊपर वाले हाथ में शिव का प्रतीक डमरू है। मां के नीचे वाला हाथ अपने भक्तों को अभय देता हुआ वरमुद्रा में है।

मां महागौरी पूजा विधि

- सूर्योदय से पहले उठें और स्नानादि से निवृत्त हों।

- इसके बाद साफ वस्त्र पहनें और मंदिर का साफ करें।

- अब घर के मंदिर में सबसे पहले लकड़ी की चौकी पर या मंदिर में महागौरी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।

- इसके बाद चौकी पर सफेद वस्त्र बिछाकर उस पर महागौरी यंत्र रखें और यंत्र की स्थापना करें।

- हाथ में सफेद पुष्प लेकर मां का ध्यान करें।

- अब मां की प्रतिमा के आगे दीपक चलाएं।

- उन्हें फल, फूल, नैवेद्य आदि अर्पित करें।

- इसके बाद देवी मां की आरती उतारें।

इस मंत्र का करें जाप

"सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके.

शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते.

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   15 April 2024 12:51 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story