Ashadh Maas 2024: आषाढ़ मास में इन बातों का रखें ध्यान, जानिए इस माह में क्या करें और क्या ना करें?

आषाढ़ मास में इन बातों का रखें ध्यान, जानिए इस माह में क्या करें और क्या ना करें?
  • इस महीने में श्रीहरि की उपासना का महत्व बताया गया है
  • आषाढ़ के महीने में हर रोज सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए
  • इस माह में तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिंदू कैलेंडर का चौथा माह आषाढ़ (Ashadh) शुरू हो चुका है। इस महीने को धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस महीने में कई सारे व्रत भी आते हैं। साथ ही बारिश की शुरुआत भी इसी माह से मानी जाती है। इस महीने में चातुर्मास प्रारंभ होता है, जिसके बाद देवी-देवता चार माह के लिए निद्रा के लिए चलते जाते हैं।

चातुर्मास में मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है, लेकिन शास्त्रों में बताया गया है कि इस महीने में कौन से कार्य किए जा सकते हैं और किन कार्यों को करने से पहले विचार करना चाहिए। तो आइए जानते हैं इस महीने में ध्यान रखी जाने वाली प्रमुख बातें...

आषाढ़ मास में करें ये कार्य

- इस महीने में श्रीहरि यानि कि भगवान विष्णु की उपासना का महत्व बताया गया है।

- विष्णु जी के साथ इस महीने धन की देवी लक्ष्मी, महादेव, माता पार्वती और सूर्य देव की पूजा की जाती है।

- इस महीने में हर रोज सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए।

- आषाढ़ में ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना चाहिए।

- इस माह में तुलसी पूजन से शुभ फल की प्राप्ति होती है।

- आषाढ़ में यज्ञ और कथा जैसे धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं।

- इस महीने में स्नान-दान का विशेष महत्व भी बताया गया है।

- इसी महीने में लोग तीर्थयात्रा भी करते हैं।

इस माह भूल कर भी ना करें ये कार्य

- इस महीने में चातुर्मास के कारण ​भगवान विष्णु सहित देव सो जाते हैं। ऐसे में मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है।

- चातुर्मास में शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।

- चूंकि आषाढ़ को वर्षा का महीना भी कहा गया है, ऐसे में इस माह में जल का अपमान नहीं करना चाहिए।

- इस महीने में तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।

- इस महीने में हरी पत्तेदार सब्जियां, बैंगन, मसूर दाल, गोभी, लहसुन, प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए।

- आषाढ़ में बासी खाना खाने से परहेज करना चाहिए।

- आषाढ़ के मास में गंध युक्त चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।

- इस महीने में क्रोध, किसी का अपमान नहीं करना चाहिए।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   25 Jun 2024 7:46 AM GMT

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