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तिरूपति बालाजी दर्शन के लिए जा रहे दो युवकों की दर्दनाक मौत
डिजिटल डेस्क, अकोला। नवजीवन एक्सप्रेस क्रमांक 12655 से अकोला के चार युवक तिरूपति बालाजी के दर्शन के लिए रवाना हुए थे। ट्रेन के डिब्बे में शिवणी शिवर निवासी गणेश कुलट तथ बड़ी उमरी निवासी प्रवीण घोपडे अपनी सीट पर आराम कर रहे थे जबकि छोटी उमरी मुखर्जी बंगला परिसर निवासी 27 वर्षीय सागर बागडे तथा बडी उमरी गुडधी निवासी 27 वर्षीय सारंग नाटेकर ट्रेन के दरवाजे के पास बैठकर बातचीत कर रहे थे। काफी समय होने के बावजूद भी सागर तथा सारंग वापस न आने के कारण दोनों ने उनकी तलाश की किंतु वह दोनों ही दिखाई न देने के गणेश व प्रवीण हिंगणघाट रेलवे स्टेशन पर नीचे उतर गए तथा इस बात की जानकारी स्थानीय रेलवे पुलिस को दी। पुलिस को दोनों ने बताया कि काफी देर तक दोनों सीट पर न आने के कारण उन्होंने पूरी ट्रेन में तलाश गया था। शिकायत मिलते ही पुलिस ने सर्च अभियान आरंभ कर दिया था। लाश मिलने के बाद सेवाग्राम पुलिस ने आकस्मिक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी।
झपकी लगने के कारण नीचे गिरने की संभावना
वर्धा रेलवे स्टेशन से गाड़ी निकलने के पश्चात सागर व सारंग दोनों की बोगी के दरवाजे के पास बैठकर बात कर रहे थे। इसी बीच वर्धा से हिंगणघाट के बीच आने वाले आष्टा भूगांव के पास झपकी लग जाने के कारण तेज गति से दौड़ रही ट्रेन से नीचे गिर पड़े तथा उनकी मौत होने की संभावना पुलिस व्यक्त कर रही है। फिलहाल दोनों के का पोस्टमार्टम सरकारी अस्पताल में चल रहा है।
रेलवे ट्रैक पर मिला शव
जीआरपी आरपीएफ ने शिकायत के बाद रेलवे पटरी पर दोनों की तलाश आरंभ की थी। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि दो युवक की लाश आष्टी के पास भूगांव के पड़ी हुई है। जानकारी के आधार पर पुलिस घटना स्थल पहुंची जहां गणेश व प्रवीण ने दोनों की पहचान की।
मेहनत मजदूरी करते थे
सागर बागडे अपने परिवार के उदरनिर्वाह के लिए जठारपेठ पर फेसबुक नामक तैयार कपड़ों की दुकान संचालित किया करता था जबकि सारंग नाटेकर आटो चलाता था। चारों मित्रों ने तिरूपति बालाजी के दर्शन की योजना बनाकर वह अकोला से रवाना हुए थे किंतु उन्हें इस बात का आभास भी नहीं था कि काल ट्रेन की शक्ल में उनकी राह देख रहा है।
Created On :   18 July 2019 1:39 PM IST