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बांधवगढ़ पार्क में फिर एक नर शावक की मौत, तीन दिन में हो चुकी 3 मौत
डिजिटल डेस्क, उमरिया। बांधवगढ़ में टाईगर डे के पहले बाघिन व शावक की मौत से लोग उबरे भी न थे, कि घुनघुटी से एक और दिल बैठा देने वाली खबर सामने आ गई। घुनघुटी रेंज के मड़वा बीट में एक नर शावक मृत हालत में मिला है। वन विभाग डेढ़ वर्षीय शावक की मौत स्नेक बाइट के चलते होना बता रहा है। एक दिन पहले हुई घटना के बाद बुधवार को पीएम कराकर अंतिम संस्कार किया जा चुका है। इलाके में शावक की मां लगातार मूवमेंट बनाए हुए है। खतरे को भांपते हुए वन अमले ने 30 कर्मचारियों की टीम पूरे क्षेत्र में गश्त के लिए तैनात कर दी है।
पिछली रात हो गई थी मौत
बिरसिंहपुरपाली के उपमण्डल क्षेत्र अंतर्गत घुनघुटी में मंगलवार को शावक की मौत हो गई। जंगल में कुछ गांव के लोगों ने वन विभाग को बाघ के मरने की सूचना दी। वन अमले के मुताबिक घटना स्थल की जांच पर पहले टैरेटरी फाइट की शंका थी। इसके बाद कि अफसर वहां और कुछ जांच कर पाते शावक की मां सक्रिय हो गई। सतना व सीधी से डॉग स्क्वॉड की टीम को बुलाया गया। बाघिन व स्क्वॉड के इंतजार में शाम हो गई। दूसरी ओर बाघिन शावक से दूर जाने को तैयार नहीं थी। दहाड़ मारते हुए शव के आसपास लगातार मूवमेंट कर रही थी। शव की सुरक्षा को देखते हुए रात में वन विभाग को टेण्ट लगाकर बसेरा डालना पड़ गया। सुबह करीब 4 बजे बाघिन वहां से हटी और बुधवार को पीएम व अंतिम संस्कार की कार्रवाई प्रारंभ हो पाई।
नहीं मिले चोट के निशान
मृत बाघ की जांच के लिए सतना, सीधी से डॉग स्क्वॉड को बुलाया गया था। खोजी श्वान ने आसपास इलाके की सर्चिंग भी की लेकिन कोई खास सफलता नहीं मिली। इसके बाद सुबह 10 बजे से बांधवगढ़ डॉ. नितिन गुप्ता, शहडोल से हिमांशू जोशी व एक अन्य तीन डॉक्टरों की टीम ने बाघ का पीएम करना शुरू किया। इस दौरान शावक के शरीर में चोट के निशान नहीं मिले। पैरों में नाखून, नाक के बाल सुरक्षित पाए गए। साथ ही करंट से मृत होने जैसी संभावना की भी पुष्टि नहीं हुई। संभावना जताई जा रही है कि स्नैक बाइट के चलते ही शावक ने दम तोड़ दिया। बहरहाल पीएम कर विसरा की जांच के लिए सैम्पल को सुरक्षित रख लिया गया है।
दहाड़ती रही बाघिन
शावक मौत के बाद बाघिन लगातार वहां मूवमेंट किए हुए थे। कैम्प कर रहे वनकर्मियों ने बताया रात में शव के आसपास लगातार बाघिन दहाड़ मारते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही थी। मानो शावक की मौत से वह काफी रोष में थी। इसलिए उसकी गतिविधियों को भांपते हुए देर शाम पीएम के लिए शव बरामद नहीं किया गया। दूसरी ओर स्थल से दो सौ मीटर दूर एक मवेशी के किल किए जाने की पुष्टि हुई है। बाद में उसकी जांच करने पर पाया गया कि बाघिन व शावक द्वारा उसे खाया ही नहीं गया।
इनका कहना है
नर शावक का शव कल मिला था। बाघिन की मूवमेंट के चलते शाम को पीएम नहीं हो पाया। आज पीएम कर विसरा के लिए सैम्पल ले लिए गए हैं। शव में चोट आदि के निशान नहीं है। संभव है मौत जहरीले सर्प के काटने से हुई होगी। फिलहाल विसरा की जांच रिपोर्ट के बाद असल कारण सामने आ पाएंगे। राहुल मिश्रा, एसडीओ पाली
Created On :   31 July 2019 11:23 AM GMT