कार्रवाई न होने पर किया चकाजाम , पांच घंटे बाधित रहा यातायात , जांच के लिए गठित की गई टीम

ग्राम पंचायत में हुई अनियमितता की ग्रामीणों ने की थी शिकायत कार्रवाई न होने पर किया चकाजाम , पांच घंटे बाधित रहा यातायात , जांच के लिए गठित की गई टीम

डिजिटल डेस्क मंडला। जिले की पंचायत में भ्रष्टचार और गड़बड़झाला होने के बावजूद कार्रवाई नही हो रही है, जिसके चलते यहां जनता में आक्रोश पनप रहा है। शुक्रवार को जनपद पंचायत नैनुपर की ग्राम पंचायत झिरिया के ग्रामीणों ने पिंडरई मंडला मार्ग जाम कर दिया। यहां अधिकारियों के आश्वासन के बाद करीब साढ़े पांच घंटे बाद ग्रामीण सड़क से हटे है। जानकारी के मुताबिक जनपद पंचायत नैनपुर की ग्राम पंचायत झिंरिया में जमकर धांधली हुई है। यहां सरंपच और सचिव के द्वारा मनमाने तरीके से निर्माण कार्य कराये गये है। पंचायत में होने वाली ग्राम सभाओं में भी ग्रामीणों को जानकारी नहीं दी जा रही थी। जिसके बाद यहां के ग्रामीणों ने जनपद पंचायत और जिला कलेक्टर को आवेदन दिये लेकिन पंचायत में जांच नही हुई। जिसके बाद ग्रामीणों को आक्रोश शुकवार को फूट गया।  सुबह 10 बजे ग्राम के नागरिकों के द्वारा लकड़ी लगाकर सड़क में आवागमन रोक दिया गया। पिंडरई मंडला मार्ग मे ग्रामीण सड़क पर ही बैठ गये। यहां ग्रामीणों के चकाजाम के बाद सड़क पर आवागन बंद हो गया। सड़क के दोनो तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई। ग्रामीणों के द्वारा यहां दोपहर 3.30 बजे तक मार्ग जाम रहा। जिसके कारण यहां लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ा है।
ग्रामीणों ने लगाये आरोप-
यहां प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाये कि पचंायत के द्वारा आय-व्यय की जानकारी नहीं दी जा रही है। पंचायत के द्वारा मनरेगा में फर्जी मस्टररोल भरकर निर्माण कार्य किये गये हैं। कागजों में काम कराये गये है। यही हाल पुलिया और सड़क निर्माण में भी है। जहां जरूरत नही वहां निर्माण हुये है। ग्रामीणों की आवश्यकता के अनुसार निर्माण कार्य नही किये गये है। सामुदायिक भवन की मरम्मत कागजों में कर राशि का आहरण कर लिया गया है। शौचालय निर्माण में भी कागजों में कराये गये है। दूसरों के शौचालय की फोटो अपलोड कर राशि निकाली गई है। इस के बावजूद प्रशाासन के द्वारा कार्रवाई नहीं की गई।
अधिकारियों के आश्वासन के बाद माने-
यहां सड़क जाम की खबर के बाद नैनपुर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया। इसके बाद तहसीलदार और जनपद के अधिकारियों के द्वारा ग्रामीणों को समझाईश दी गई। लेकिन ग्रामीण नही माने, ग्रामीण लिखित आश्वासन पर अड़े हुये थे। प्रशासन के द्वारा सचिव को भी मौके पर बुलाया गया। यहां ग्रामीणों ने सचिव के सवाल जबाव किये। प्रशासन अधिकारियों के जांच कराये जाने के आश्वासन के बाद ग्रामीण सड़क से हटे है।
सचिव को किया निलंबित-
यहां ग्रामीणों के आक्रोश को शांत कराने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्राम पंचायत सचिव सुजीत ठाकुर को निलंबित कर दिया गया है। यहां निर्माण कार्यो की जांच के लिए एक दल भी बनाया है,जो निर्माण की जांच कराने के बाद प्रतिवेदन जनपद सीइओं जीके जैन को सौंपेगा। इसके बाद जिला प्रशासन के द्वारा इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
इनका कहना है
ग्रामीणों के विरोध के बाद मौके पर जाकर ग्रामीणों को समझाईश दी गई है। यहां निर्माण कार्यो की जांच के लिए दल गठित किया गया है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
शांति लाल विश्नाई, तहसीलदार नैनपुर.
 

Created On :   8 Oct 2021 6:37 PM IST

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