- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- बालाघाट
- /
- लामटा-समनापुर के बीच ब्राडगेज...
लामटा-समनापुर के बीच ब्राडगेज ट्रेकका हुआ सीआरएस, मानकों की हुई जांच
डिजिटल डेस्क बालाघाट/लामटा। लामटा-समनापुर के बीच रविवार को डीआरएम, टेक्निकल इंजीनियर एवं विभागीय अफसरों की मौजूदगी में ब्राडगेज टे्रक का सीआरएस किया गया। नैनुपर से लामटा के बीच रेल पांतो के साथ ही इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूर्ण हो गया हैं। लामटा से समनापुर के बीच रेल पांते भी बिछाई जा चुकी है सिर्फ इस रूट पर इलेक्ट्रिफिकेश का काम शेष रह गया हैं। रविवार को नैनुपर से लामटा के बीच इलेक्ट्रिफिकेशन तो लामटा से समनापुर के बीच रेल ट्रेक का सीआरएस किया गया। सीआरएस के बाद विभागीय तौर पर ओके रिपोर्ट आने के बाद इस रूंट पर कोरोना संक्रमण समाप्ति के बाद सवारी गाड़ी को हरी झंडी मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही हैं।
इनकी रही मौजूदगी -
ब्राडगेज का विद्युतीकरण रेल पथ का सीआएस एके राय, मण्डल प्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय, चीफ इंजीनियर व्ही.के बाकड़े विद्युत, आरएम सोनकर रसिक सिंग, महावीर जैन, व्हीके त्रिपाठी, उदयभान सिंह, दिनानाथ गुप्ता, मृत्युन्जय मोहन की मौजूदगी में किया गया।
विशेष निरीक्षण इंजन पहुंचा-
रविवार को सुबह 10 बजे विशेष निरीक्षण इंजनयान से सीआरएस लामटा पहुंचे जहां रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। बाद में स्पेशल ट्रेन डीजल इंजन चलित से निरीक्षण के लिए नैनपुर के लिए रवाना हुए। पायलट एस.के सोनी, कमलेश पीडी मेवाती गार्ड के तौर पर पदस्थ थे। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर तनुज कुमार झा, स्टेशन अधीक्षक, ईश्वर कुमार बोरकर स्टेशन मास्टर, गोपल यादव, अनिल ठाकुर, समेत ग्रामवासी उपस्थित रहें।
नैनपुर से लामटा के बीच स्पीड निरीक्षण किया-
जानकारी के अनुसार नैनपुर से लामटा के लिए विद्युत इंजन से स्पेशल ट्रेन का स्पीड निरीक्षण किया गया। स्पीड़ निरीक्षण में नैनपुर से 13.17 मिनिट पर रवाना होकर लामटा 13.47 पर पहुंचे। इस बीच स्पीड अधिकतम 90 किमी रही जिसमें स्टेशन एयार्ड एकासना आर्डर पर गति धीमी की गई।
थमे है ट्रेनों के पहिए-
कोरोना के चलते इन दिनो यात्री ट्रेन के पहिए पूरी तरह से थमे हुए हैं। पहले गोंदिया से समनापुर तक ही सवारी गाड़ी का संचालन हो रहा था। तथा दूसरे छोर जबलपुर से नैनुपर के बीच सवारी गाड़ी चल रही थी, लेकिन नैनपुर से लामटा एवं लामटा से समनापुर के बीच रेल सेवा बंद थी। लंबे इंतजार के बाद काम पूर्ण होने से अब हर बेसब्र नजर को सवारी गाड़ी शुरू होने का इंतजार हैं।
फैक्ट फाइल
-229 किमी लंबी है जबलपुर-गोंदिया ब्रॉडगेज परियोजना
- इस परियोजना के लिए पहले 511 करोड़ थी स्वीकृत राशि, योजना में विलम्ब होने के बाद 1750 करोड़ हुई राशि
-194.3 करोड़ रुपए इलेक्ट्रिफिकेशन योजना की लागत, काम पूर्ण
- वर्ष 2016 में विद्युतीकरण योजना को मिली थी स्वीकृति
- शेष 52 किमी के ट्रैक पर नैनपुर-समनापुर के बीच काम पूर्ण
-वर्ष 1996-97 में जबलपुर-गोंदिया ब्रॉडगेज रेल परियोजना को मिली थी स्वीकृति
23 अगस्त को नैनपुर से लामटा-समनापुर ट्रेक का हुआ सीआरएस
Created On :   23 Aug 2020 9:52 PM IST