सतपुड़ा टायगर रिवर्ज फिर रवाना हुये 12 बारासिंघा

12 Barasinghas left for Satpura Tiger River again
सतपुड़ा टायगर रिवर्ज फिर रवाना हुये 12 बारासिंघा
मंडला सतपुड़ा टायगर रिवर्ज फिर रवाना हुये 12 बारासिंघा

डिजिटल डेस्क , मंडला।बारसिंघा का कुनबा बढ़ाने के लिए कान्हा नेशनल पार्क से दूसरे पार्क में बारसिंघा को बसाया जा रहा है। जिसके चलते गुरूवार को कान्हा की सरही रेंज से 12 बाराङ्क्षसघा सतपुडा टायगर रिजर्व शिफ्ट किये गये है। 20 बारासिंघा कान्हा से सतपुड़ा शिफ्ट करने की अनुमति मिली है। जो एक सप्ताह में शिफ्ट कर दिये गये है।
जानकारी के मुताबिक हार्ड ग्रांउड बारासिंहा प्रदेश में सिर्फ कान्हा नेशनल पार्क में ही  है। यहां कभी कोई आपदा आने की स्थिति में बारासिंघा की प्रजाति को नुकसान हो सकता है। इसको देखते हुये प्रदेश के अन्य नेशनल पार्को में बाराङ्क्षसघा को आबाद करने के उद्देश्य से वर्ष 2015 में कार्ययोजना बनाई गई। जिसके बाद कान्हा से बारासिंघा का ट्रांसलोकशन किया जा रहा है। गुरूवार को कान्हा नेशनल पार्क से 12 बारासिंघा को सतपुडा शिफ्ट किया गया है। अभी तक 85 बारासिंघा कान्हा से सतपुडा और वनविहार भेजे गये है। जिसमें 7 बारासिंघा वनविहार और 78 सतपुडा जा चुके है।
सरही रेंज में लगाया था बोमा-
कान्हा से सतपुड़ा बारासिंघा शिफ्ट करने के लिए सरही रेंज के रोना मैदान में बोमा लगाया गया था, यहां बोमा में 10 मादा और 2 नर बारासिंघा को कैप्चर किया गया। इसके बाद गुरूवार को सुबह करीब 10.30 मिनट बार विशेष वाहन से बारासिंघा सतपुड़ा को रवाना किये गये।
20 बारासिंघा शिफ्ट-
कान्हा नेशलन पार्क से सतपुड़ा बारासिंघा शिफ्ट करने की कार्ययोजना में इस सीजन में 20 बारासिंघा शिफ्ंिटग की अनुमति मिली थी, 4 फरवरी को कान्हा से 8 बारासिंघा भेजे गये थे, फिर 9 फरवरी को 12 बाराङ्क्षसघा शिफ्ट किये गये। इस तरह इस सीजन के लिए 20 बारासिंघा को एक सप्ताह के अंदर शिफ्ट किया गया है।  
70 के दशक में संकट में आ गई थी प्रजाति-
प्रदेश में कान्हा नेशनल पार्क ही हार्ड ग्राउंड बारासिंघा की प्रजाति थी, यहां बड़ी संख्या में बाराङ्क्षसघा थे, लेकिन यहां फिर 1970 तक बारासिंघा की संख्या कम हो गई। यहां सिर्फ 66 बाराङ्क्षसघा बचे थे। इसके बाद बारासिंघा की संख्या बढ़ाने के लिए कार्ययोजना बनाई गई। यहां बारासिंघा को बाड़े में रखा गया। इसके बाद विशेष देखरेख की गई। स्थाईकर्मी जोधा सिंह का बारासिंघा की प्रजाति बढ़ाने में विश्ेाष योगदान है, बारासिंघा को अजगरों से बचाकर रखा है, करीब 250 अजगर बाड़े  के बाहर निकाले, तब जाकर बारासिंघा की संख्या कान्हा में बढ़ी है। अब कान्हा में 950 बाघासिंघा है। यहां के अलावा अब प्रदेश के दूसरे पार्को में भी बारासिंघा की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
इनका कहना है
सतपुड़ा 12 बारासिंघा सरही रेंज से भेजे गये है, इसमें 10 मादा और 2 नर शामिल है, 20 बारासिंघा एक सप्ताह में शिफ्ट हुये हैं।

 

Created On :   11 Feb 2022 1:15 PM IST

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