निलंबन रद्द: प्रबंधन ने माना, पुलिस ने वेकोलि कर्मियों को बनाया फर्जी आरोपी, ड्यूटी से गायब दोनों कर्मचारियों का निलंबन हटाया
- पुलिस ने वेकोलि कर्मियों को बनाया फर्जी आरोपी
- आरोपी कर्मियों के स्पष्टीकरण से माना प्रबंधन
- ड्यूटी से गायब दोनों कर्मचारियों का निलंबन हटाया
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। शिवपुरी तिराहा परासिया में जुआफड़ में पकड़ाए 20 आरोपियों में से शामिल वेस्टर्न कोल फील्डस लिमिटेड- वेकोलि के दो कर्मियों का प्रबंधन ने निलंबन समाप्त कर दिया है। आरोपी कर्मियों द्वारा दिए स्पष्टीकरण से संतुष्ट वेकोलि प्रबंधन ने माना कि पुलिस ने उक्त वेकोलि कर्मियों को फर्जी आरोपी बनाया है।
बीती शुक्रवार रात जुआफड़ पर पुलिस टीम ने छापा मारा था। यहां बीस जुआरी पकड़ाए थे। इनमें शिवपुरी और छिंदा ओसीएम के दो कर्मचारी भी थे, जो ड्यूटी के दौरान जुआफड़ में दांव लगाते पकड़ाए थे। अन्य जुआरियों के साथ इन दोनों कर्मचारियों को शनिवार को जेल भेजा गया था। प्रबंधन ने उसी दिन दोनों कर्मियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर उन्हें कार्य के दौरान कार्यस्थल से गायब होने और जुआ खेलने पर निलंबित कर दिया था। सभी जुआंरियों की सोमवार अर्थात 3 जून को जमानत हुई थी। आरोपी छिंदा ओसीएम में पदस्थ सुरक्षा पहरी रोहित नागवंशी और शिवपुरी ओसीएम में पदस्थ विद्युत स्वीच अटेंडर अशोक गिरी द्वारा नोटिस का जवाब दिया गया था। दोनों के जवाब से संतुष्ट होकर प्रबंधन ने उनका निलंबन समाप्त कर दिया है।
बीमार थे कामगार, परिचित ने बुलाया और हो गई पुलिस कार्रवाई
आरोपी कामगारों ने प्रबंधन को अवगत कराया कि ड्यूटी के दौरान अचानक स्वास्थ्य खराब होने पर इलाज कराने परासिया पहुंचे थे। इस दौरान टोकन क्लर्क नहीं होने से साथी कामगार को बताया वे कार्यस्थल से चले गए थे। परासिया से वापसी के दौरान शिवपुरी तिराहा में एक परिचित ने उन्हें आवाज देकर बुलाया और वहां पहुंचते ही पुलिस ने धरपकड़ कार्रवाई करते हुए उसके खिलाफ भी प्रकरण दर्ज कर लिया।
एसपी मनीष खत्री ने कहा कि पुलिस टीम ने किसी पर फर्जी कार्रवाई नहीं की है। हॉल में जुआफड़ चल रहा था। सभी जुआ खेलते पकड़ाए है। कार्रवाई का वीडियो भी बनाया गया है। पुलिस कार्रवाई के बाद न्यायालय ने सभी को जेल भेजा है।
Created On :   8 Jun 2024 9:01 AM IST