अंतर्राष्ट्रीय योग सेमिनार: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के योग विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग सेमिनार मनाया गया

रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के योग विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग सेमिनार मनाया गया
इस वर्ष की थीम 'स्वयं एवं समाज के लिए योग' रखी गई है।

डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के योग विभाग द्वारा "भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद" शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रदत्त अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्सव 2024 हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। इस वर्ष की थीम 'स्वयं एवं समाज के लिए योग' रखी गई है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में योग विशेषज्ञ डॉ नरेंद्र सिंह, सहायक प्राध्यापक योग विभाग, प्राकृतिक चिकित्सा एवं संज्ञानात्मक अध्ययन विद्यालय बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ, विशिष्ट अतिथि डॉ साधना दौनेरिया, विभाग अध्यक्ष योग विभाग, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल, डॉक्टर शैलजा त्रिवेदी, सहायक प्राध्यापक, अटल बिहारी हिंदी विश्वविद्यालय भोपाल, डॉ पुष्पांजलि शर्मा, मुख्य कार्यकर्ता, योग आयोग मध्य प्रदेश शासन, डॉ संगीता जौहरी, प्रो वाइस चांसलर, योग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रत्नेश पांडे, योग शिक्षक अखिलेश विश्वकर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे।

योग सत्र की शुरुआत सरस्वती पूजन, आशीर्वाद प्रार्थना के साथ हुई। योग सत्र के आरंभ में डॉक्टर साधना दोनोरिया जी ने स्वयं एवं समाज के लिए योग पर व्याख्यान देते हुए किस प्रकार से हम स्वयं को स्वयं से जोड़ सकते हैं और स्वयं को समाज से जोड़ सकते हैं योग के माध्यम से इस विषय पर चर्चा की साथ ही भविष्य में योग अनुसंधान के ऊपर भी उन्होंने प्रकाश डाला। डॉक्टर शैलजा त्रिवेदी जी ने वर्तमान समय में दूषित आहार से किस प्रकार बचा जा सकता है और योग में बतलाए गए श्रीमद् भागवत गीता के अनुसार सात्विक, राजसिक, तामसिक अहारों पर चर्चा करते हुए किस प्रकार मन को साधकर हम समाज के साथ जुड़कर समाज के लिए कुछ नया कर सकते हैं इस विषय पर विस्तृत चर्चा की।

डॉ पुष्पांजलि शर्मा जी ने अष्टांग योग के माध्यम से स्वयं को जोड़ने की बात। डॉ नरेंद्र सिंह जी ने अष्टांग योग के साथ प्राकृतिक चिकित्सा भविष्य में योग विषय पर अनुसंधान की उपयोगिता एवं आवश्यकता, समाज में फैली व्याधियों को योग के माध्यम से समूल नष्ट करने की चर्चा की। इस कार्यक्रम में कुछ अतिथि वियतनाम, अमेरिका से ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम में जुड़े और उन्होंने ने समग्र जीवन को योग बताते हुए विस्तृत रूप में योग के अंगो का पालन करने का संदेश देते हुए, जीवन को स्वस्थ रखने का गुण बताए।

इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय योग सेमिनार को पूरी भावना के साथ मनाया गया। डॉ रत्नेश पांडे जी ने बताया कि योग करने से विद्यार्थी जीवन संवर जाएगा। इससे एकाग्रता बढ़ेगी और सफलता मिलेगी। योग स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए भी महत्वपूर्ण है। अंत में उन्होंने मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में बताते हुए नित्य प्रतिदिन योग करने का सभी से आग्रह किया। वहीं डॉ संगीता जौहरी ने समग्र स्वास्थ्य पर चर्चा की।

इस मौके पर विश्वविद्यालय से डॉ रेखा गुप्ता, डॉ गब्बर सिंह, चेतन आठले, आनंद पांडे, नाट्य विद्यालय सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थीयों ने सहभागिता की। कार्यक्रम के अंत में अखिलेश विश्वकर्मा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

Created On :   6 Aug 2024 8:03 PM IST

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