भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के विज्ञान संचार केन्द्र द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर व्याख्यान का आयोजन

रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के विज्ञान संचार केन्द्र द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर व्याख्यान का आयोजन
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नर्सिंग के क्षेत्र में बढ़ता उपयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है - प्रो. राजनी कांत

डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के विज्ञान संचार केंद्र द्वारा नर्सिंग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में एक लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया। इस श्रृंखला का मुख्य विषय नर्सिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस था। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आरएनटीयू के कुलपति प्रो. राजनी कांत थे। वहीं मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. माइकल मनोहर उपस्थित थे।

इस मौके पर प्रो. राजनी कांत ने अपने संबोधन में कहा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नर्सिंग के क्षेत्र में बढ़ता उपयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह तकनीक न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार ला सकती है, बल्कि नर्सिंग पेशे में भी क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। उन्होने विद्यार्थियों को सचेत भी किया कि हमें इस तकनीक का उपयोग करना है न कि दुरुपयोग।

इस मौके पर मुख्य वक्ता माइकल मनोहर ने अपने व्याख्यान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विभिन्न पहलुओं और इसके नर्सिंग में उपयोग पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने एआई परिभाषा से लेकर उसके प्रकार के बारे में भी जानकारी दी। साथ ही उन्होने बताया कि कैसे एआई की मदद से रोगियों की देखभाल में सुधार हो सकता है और नर्सिंग प्रक्रियाओं को अधिक कुशल बनाया जा सकता है। उन्होंने कुछ संस्थानो के बारे में जानकारी दी जो कि एआई का उपयोग नर्सिंग में कर रहे है। अंत में उन्होंने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से न केवल ज्ञान का प्रसार होता है, बल्कि यह तकनीकी उन्नति और पेशेवर विकास में भी सहायक होते हैं। वहीं डॉ. मनीषा गुप्ता ने नर्सिंग के क्षेत्र में एआई के संभावित लाभों और चुनौतियों पर चर्चा की।

यह कार्यक्रम छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रहा। व्याख्यान के बाद एक प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने अपने सवाल पूछे और विशेषज्ञों ने उनके उत्तर दिए।

कार्यक्रम में विज्ञान संचार केंद्र के निदेशक डॉ. प्रोबाल रॉय और मेडिकल साइंस की डीन डॉ. मनीषा गुप्ता के साथ ही अन्य संकाय सदस्य भी इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल हुए।

Created On :   28 May 2024 2:29 PM IST

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