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भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और एनएडीटी आरसी के मध्य एमओयू
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और भोपाल स्थित नेशनल एकेडमी ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज के रीजनल परिसर (एनएडीटी आरसी) के मध्य एमओयू किया गया। इस एमओयू के माध्यम से प्रशिक्षण, शिक्षा और शैक्षणिक रुचि को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही सक्रिय सहयोग के माध्यम से प्रशिक्षण आवश्यकताओं की पहचान करना, एनएडीटी में प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सलाह प्रदान करना, आरएनटीयू में प्रशिक्षण, शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सलाह प्रदान करना एवं संस्थानों के बीच अनुसंधान, निरंतर शिक्षा गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किया जाएगा। इस मौके पर राजकुमार घोष, आईआरएस, आयकर अतिरिक्त महानिदेशक (प्रशिक्षण), एनएडीटी, आरसी, भोपाल और डॉ. विजय सिंह, रजिस्ट्रार, आरएनटीयू ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर संतोष चौबे, चांसलर, आरएनटीयू, डॉ. अदिति चतुर्वेदी, निदेशक, एजीयू और प्रो-चांसलर, आरएनटीयू, डॉ. नितिन वत्स, निदेशक, आईक्यूएसी एवं एआईसी, आरएनटीयू, डॉ. संगीता जौहरी, प्रो वीसी, आरएनटीयू, श्रीपद्मेशचतुर्वेदी, अकादमिक समन्वयक और सदस्य सचिवालय, आईक्यूएसी, आरएनटीयू, राम प्रकाश मोर्य, आईआरएस, अतिरिक्त निदेशक आयकर (प्रशिक्षण), एनएडीटी, आरसी, भोपाल, डॉ. रवीन्द्र नाथ सिंह, अतिरिक्त सहायक निदेशक आयकर (मुख्यालय/प्रशिक्षण), एनएडीटी, आरसी, भोपाल विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस मौके पर राजकुमार घोष ने बताया कि आरएनटीयू और एनएडीटी, आरसी, भोपाल संकाय, अधिकारियों, कर्मचारियों और प्रशिक्षुओं का कौशल बढ़ाने के लिए भोपाल में कार्यशालाओं, सम्मेलनों और व्यक्तित्व विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। वह दोनों संस्थानों के लाभ के लिए संयुक्त रूप से अधिक उत्पादक कार्य की आशा कर रहे थे। उन्होंने इस समारोह में आमंत्रित करने के लिए आरएनटीयू के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को धन्यवाद दिया। वहीं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संतोष चौबे ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए एनएडीटी निदेशक और उनकी टीम के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने आगे बताया कि हावर्ड यूनिवर्सिटी ने उनके AISECT मॉड्यूल पर शोध किया है। वर्तमान में AISECT के देश भर में बीस हजार से अधिक केंद्र सफलतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। ये केंद्र समाज के अंतिम लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने और उनकी सेवा करने में योगदान दे रहे हैं।
डॉ. विजय सिंह ने बताया कि हमारे संकाय विभाग जैसे वाणिज्य, कानून और प्रबंधन सहित अन्य विभाग निश्चित रूप से इस समझौता ज्ञापन का प्रमुख हिस्सा होंगे। आगे उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में इंस्टीट्यूशन ऑफ ट्रेनिंग डेवलपमेंट एंड पॉलिसी रिसर्च (ITDPR) का भी गठन किया है। जिसके माध्यम से भविष्य में अनुसंधान के क्षेत्र में नए आयाम गढ़ सकेंगे।
अंत में एनएडीटी अधिकारियों को विश्वविद्यालय की डॉ. संगीता जौहरी, डॉ. संजीव कुमार गुप्ता और पद्मेश चतुर्वेदी ने कैंपस भ्रमण कराया।
Created On :   21 Sept 2023 1:05 PM GMT