Seoni News: पिता का संघर्ष देख बेटे ने की वकालत की पढ़ाई, पैरवी कर 12 साल बाद दिलाया न्याय

पिता का संघर्ष देख बेटे ने की वकालत की पढ़ाई, पैरवी कर 12 साल बाद दिलाया न्याय
  • अभिषेक ने 2024 में वकालत की पढ़ाई पूरी की और जबलपुर हाईकोर्ट में प्रेक्टिस प्रारंभ किया।
  • न्यायालय के आदेश के बाद अनूपपुर एसपी ने मिथिलेश पांडेय को बहाल किया

Anuppur News: पिता की खोई प्रतिष्ठा वापस दिलाने के लिए बेटे ने वकालत की पढ़ाई की और 12 साल बाद हाईकोर्ट में पैरवी कर न्याय दिलाया। मामला अनूपपुर जिले में जमुना कॉलरी निवासी पुलिस विभाग में पदस्थ मिथिलेश पांडेय का है, जिन्हे 2013 में आय से अधिक संपत्ति मामले में बर्खास्त किया गया।

बर्खास्तगी के बाद मिथिलेश पांडेय ने स्वयं को निर्दोष साबित करने के लिए विभागीय अधिकारियों से लेकर न्यायालय तक लंबी कानूनी लड़ाई पर न्याय नहीं मिला। इस बीच घर में उनके संघर्ष को परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पुत्र अभिषेक पांडेय ने देखा और निर्णय लिया कि पिता को न्याय दिलाने के लिए वकालत की पढ़ाई करेंगे।

अभिषेक ने 2024 में वकालत की पढ़ाई पूरी की और जबलपुर हाईकोर्ट में प्रेक्टिस प्रारंभ किया। कुछ दिन बाद पिता मिथिलेश पांडे का केस हाई कोर्ट में न्यायाधीश संजय द्विवेदी के न्यायालय में पेश कर अधिवक्ता के साथ-साथ पुत्र बनकर पैरवी की।

न्यायालय में बहस सुनने के बाद न्यायाधीश संजय द्विवेदी की बेंच ने सभी आरोप को निरस्त कर 17 मई 2024 को आरक्षक मिथिलेश पांडे को नौकरी पर वापस रखने के आदेश दिए।

न्यायालय के आदेश के बाद अनूपपुर एसपी ने मिथिलेश पांडेय को बहाल किया और उन्होंने शनिवार को 12 साल बाद अनूपपुर पुलिस में अपनी उपस्थित दर्ज करवाई।

Created On :   7 April 2025 1:18 PM IST

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