उपाय: गर्मी का कहर, सबस्टेशन में पावर ट्रांसफार्मर को ठंडा करने लगाया कूलर

गर्मी का कहर,  सबस्टेशन में पावर ट्रांसफार्मर को ठंडा करने लगाया कूलर
  • अकोला जिले में धारा 144 लागू की गयी
  • बिजली आपूर्ति सुचारू रखने उपाय
  • गर्मी के साथ बढ़ी बिजली की मांग

डिजिटल डेस्क, अकोला । जिले में तापमान 45 डिग्री के ऊपर पहुंच गया । अभी भी धूप की तीव्रता कम नहीं हुई। गर्मी के कारण पावर ट्रांसफार्मर अधिक गर्म होने और खराब होकर बिजली आपूर्ति बाधित होने की संभावना है। इसलिए बिजली आपूर्ति सुचारू रखने सबस्टेशन में पावर ट्रांसफार्मर को ठंडा रखने कूलर लगाया गया है। लू से बचाव के लिए जिले में धारा 144 लागू की गयी है, लेकिन महावितरण के कर्मचारी इस भीषण तापमान में भी सुचारू बिजली आपूर्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

जैसे-जैसे सबस्टेशन में पावर ट्रांसफार्मर और साथ ही उपकरणों में तेल गर्म हो रहा है, उपकरणों में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई है। अगर सबस्टेशन में पावर ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो इसे ठीक करने में एक सप्ताह से अधिक समय लग सकता है। इसलिए महावितरण पावर ट्रांसफार्मर में तेल को उबलने और आग लगने से रोकने के लिए डेजर्ट कूलर से पावर ट्रांसफार्मर को ठंडा करने में जुटा है।

महावितरण के प्रत्येक उपकेन्द्र में एम.वी.ए. या 10 एमवीए क्षमता के एक या दो पावर ट्रांसफार्मर होते हैं। इन ट्रांसफार्मर से 11 केवी फीडर के माध्यम से डीपियों को बिजली वितरित की जाती है और एक डीपी से हजारों बिजली उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति की जाती है। पावर ट्रांसफार्मर खराब होने पर हजारों उपभोक्ताओं को परेशानी न झेलनी पड़े इसलिए महावितरण के पावर ट्रांसफार्मर में कूलर लगाए गए है। अकोला शहर में बिजली उपभोक्ताओं को 33/11 केवी के 15 सब-स्टेशनों और 15 सब-स्टेशनों में स्थित 29 पावर ट्रांसफार्मर के माध्यम से बिजली की आपूर्ति की जाती है। वर्तमान में शहर के सभी उपकेंद्रों में बिजली ट्रांसफार्मरों में को ठंडा रखने कूलर लगाए दिए गए हैं।

धोखाधड़ी से बचें : बुलढाणा में सन 2024 के खरीफ सीजन में जिले के किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज और रासायनिक खाद मिले और फर्जी बीज से धोखाधड़ी न हो, इस दृष्टि से कृषि विभाग, महाराष्ट्र सरकार और जिला परिषद बुलढाणा द्वारा बीज और उर्वरक निरीक्षकों का अभियान, प्रत्येक तहसील में कृषि सेवा केंद्र का निरीक्षण करेगा और यदि निरीक्षण के दौरान कोई त्रुटि पाई जाती है, तो त्रुटियों को सुधारने के बारे में संकेत दिया जाएगा। कृषि केंद्र पर बीज एवं रासायनिक खाद भी उपलब्ध होकर नमूने लिए जा रहे है और प्रयोग को विश्लेषण के लिए स्कूल में जमा किया जा रहा है। अब तक जिले के सभी निरीक्षकों ने बीज के कुल 188 नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में जमा कराए हैं। इसके अलावा रासायनिक उर्वरकों के 54 नमूने विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला में प्रस्तुत किए गए हैं और कीटनाशकों के 10 नमूने प्रयोगशाला में विश्लेषण के लिए प्रस्तुत किए गए हैं। निष्कर्षों के कारण 65 बीजों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही रासायनिक उर्वरकों की कुल 7 बिक्री रोकने के आदेश दिये गये हैं। जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी श्री मनोज कुमार ढगे ने बीज और उर्वरक के संबंध में कोई शिकायत होने पर तहसील कृषि अधिकारी और पंचायत समिति कृषि अधिकारी से संपर्क करने की अपील की है।


Created On :   1 Jun 2024 7:07 PM IST

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