धर्म: बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था का अकोला में भव्य संस्कार धाम बनकर हुआ तैयार

बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था का अकोला में भव्य संस्कार धाम बनकर हुआ तैयार
  • देश विदेश के सैकड़ों भक्तों ने अपना भक्ति अर्घ्य अर्पण किया
  • संस्कार धाम के द्वारा संचालित होगी संस्कार प्रेरक सत्संग सभा
  • भव्य संस्कार धाम का निर्माण

डिजिटल डेस्क, अकोला। भारतीय संस्कृति की भव्यता दिव्यता और सभ्यता की गंगोत्री को विश्व भर में मंदिरों के प्रचार प्रसार करने वाली बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था का एक और भव्य संस्कार धाम शहर में बनकर तैयार हुआ है। अबू धाबी में हिंदू मंदिर और अक्षरधाम जैसे भव्य महालय सामान मंदिरों के बाद संस्था ने यहां भी भव्य संस्कार धाम का निर्माण किया। 10 मार्च की सुबह विश्व शांति महायज्ञ और शाम को शहर के मुख्य मार्ग पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई थी। इसी उत्सव क्रम में संस्था के वरिष्ठ संत पूज्य भक्तिप्रिय स्वामी कोठारी स्वामी के हस्तों से एवं अन्य वरिष्ठ संतो के द्वारा मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। जिसमें वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा अक्षर पुरुषोत्तम महाराज, राधा कृष्ण भगवान, हनुमान जी, गणपति जी, गुरु परंपरा एवं श्री नीलकंठ वर्णी महाराज की प्रतिष्ठा की गई।


प्रतिष्ठा की मुख्य सभा में शहर एवं विदर्भ के अग्रणी महानुभाव उपस्थित रहे थे, जिसमें मुख्य रूप से अंजनगांव सुरजी देवनाथ मठ के अधिपति आचार्य स्वामी श्री जितेंद्र नाथ महाराज उपस्थित रहे थे, तथा शहर के प्रसिद्ध लोक नेता श्री गोपी किशन बाजोरिया एवं प्रकाश अंबेडकर ने भी शोभा में अभिवृद्धि की थी। इसके बाद संस्था के नासिक, पुणे, कोलकाता, मुंबई आदि के अध्यक्ष एवं अन्य सैकड़ों पूजनीय संतों ने उपस्थित रहकर सभा को संबोधित किया था।


संस्था के सद्गुरु संत पूज्य कोठारी स्वामी जी ने आशीर्वाद देते हुए कहा था कि इस मंदिर के द्वारा न केवल सत्संगी अपितु शहर में रहने वाले तमाम लोगों का भला हो, उनके जीवन में शांति सुख और समृद्धि आए सभी तन मन धन से सुखी हो। पूज्य जितेंद्र नाथ महाराज ने परम पूज्य प्रमुख स्वामी महाराज को याद करते हुए एवं बीएपीएस संस्था की उपलब्धियां को बताते हुए आकर्षक प्रवचन किया था।


साथ ही इस प्रतिष्ठा उत्सव के अंतिम महत्वपूर्ण कार्यक्रम के रूप में रात 8:00 बजे से शहर की आम जनता के लिए भजन संध्या का कार्यक्रम रखा गया। जिसमें खास मुंबई से पधारकर प्रसिद्ध गायक संगीत मंडली ने कीर्तन आराधना करके संगीत सुरावलियों के द्वारा लोक रंजन किया था।


इस भव्य संस्कार धाम के द्वारा अनेक समाज उपयोगी प्रवृत्तियां होगी। यहां बच्चों में संस्कार देती प्रेरक बाल सभाएं, युवाओं को नैतिक मार्ग पर ले जाती युवा सभा, पारिवारिक शांति और मूल्यों को दृढ़ करती सत्संग सभा हर सप्ताह संचालित होगी। साथ ही वृक्षारोपण स्वच्छता अभियान नशा मुक्ति महिला उत्कर्ष जैसे अनेक कार्य होंगे।


Created On :   12 March 2024 2:26 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story