कोरोना महामारी के बाद रिएल एस्टेट में बढ़ा टेक्नोलॉजी का चलन

Technology trend increased in real estate after corona epidemic
कोरोना महामारी के बाद रिएल एस्टेट में बढ़ा टेक्नोलॉजी का चलन
परिवर्तन कोरोना महामारी के बाद रिएल एस्टेट में बढ़ा टेक्नोलॉजी का चलन
हाईलाइट
  • खरीदारों
  • विक्रेताओं और ब्रोकर्स सहित सभी हितधारकों के लिये लेनदेन का पूरा अनुभव बदल जायेगा

डिजिटल डेस्क, नयी दिल्ली। देश का रियल एस्टेट क्षेत्र बहुत तेजी से प्रौद्योगिकी को अपना रहा है, जिससे कई मोर्चो पर लोगों को आसानी हो रही है।

चाहे बात सही संपत्ति की तलाश की हो, या जटिल कागजी कार्रवाई करने की या फिर संपत्ति खरीदने के लिये ऋण लेने की। संपत्ति का पंजीकरण कराना हो या उसे किराये पर लेना, ऐसा कोई पहलू नहीं है, जो प्रौद्योगिकी से अछूता रह गया हो। रिएल एस्टेट की चरमर्राती पुरानी प्रणालियों को अब डिजिटल रूप दिया जा रहा है।

हाल ही में जारी ग्रांट थॉर्नटन के एक शोध से पता चलता है कि कोरोना महामारी ने नयी और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे ऑग्मेंटेड रिएलटी(एआर), वर्चुअल रिएलटी (वीआर), चैटबॉट्स, बिग डाटा, मार्केटिंग ऑटोमेशन, आईओटी आदि को रियल एस्टेट में तेजी से अपनाया जा रहा है।

ग्रांट थॉर्नटन के एक विश्लेषक ने कहा है, रियल एस्टेट क्षेत्र में बहुत जरूरी तकनीकी परिवर्तन हो रहा है। इससे खरीदारों, विक्रेताओं और ब्रोकर्स सहित सभी हितधारकों के लिये लेनदेन का पूरा अनुभव बदल जायेगा।

खरीदार संपत्तियों को वर्चुअली देख पायेंगे और संपत्ति के इतिहास और इसके आसपास के बुनियादी ढांचे जैसे डाटा की जानकारी से भी लैस होंगे। अब जानकारी को डिजीटल किया जायेगा और पूरी पारदर्शिता के साथ उपलब्ध कराया जायेगा।

संपत्ति से स्थानीय बाजार कितनी दूर है, स्कूल, खेल परिसर, कॉलेज, मेट्रो स्टेशन, अस्पताल, वाई-फाई सेवा प्रदाता, इंटरनेट कनेक्टिविटी आदि जैसी चीजों की जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी।

इसी तरह विक्रेताओं और ब्रोकर्स को बाजार के बारे में बेहतर जानकारी होगी, जिससे वे ग्राहक की प्राथमिकतायें जान पायेंगे तथा बिना देरी के सही खरीदार तक पहुंच पायेंगे।

ग्रांट थॉर्नटन के विश्लेषक ने कहा, रियल एस्टेट कंपनियां खोज, खरीद, बिक्री और आवास ऋण के हर पहलू में नये जमाने की डिजिटल तकनीकों का तेजी से उपयोग कर रही हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) अब संपत्ति के मूल्यों , निर्माण की गुणवत्ता आदि को देखते हुये चंद सेकंड में लाखों दस्तावेजों के माध्यम से डाटा आधारित निर्णय लेने में सक्षम बना सकता है।

कंपास इंडिया डेवलपमेंट सेंटर में वरिष्ठ निदेशक और एआई प्रमुख रुशी भट्ट के अनुसार वैश्विक रियल एस्टेट टेक कंपनियां जैसे कंपास, इंक. रियल एस्टेट संपत्ति की खरीद फरोख्त में एक बेहद सहज और सुव्यवस्थित अनुभव प्रदान करने के लिये एआई का लाभ उठाती हैं।

उन्होंने कहा,ऑनलाइन पंजीकरण, संपत्ति का वर्चुअल टूर और ऑटोमेशन जैसे नवाचारों को तीव्र गति से अपनाया जा रहा है। पहले रिएल एस्टेट पारंपरिक था लेकिन अब यह क्षेत्र धीरे-धीरे डिजिटल इकोसिस्टम को अपना रहा है।

रूशी के अनुसार, हाइपर-पर्सनलाइज्ड सॉल्यूशंस और निर्बाध संचालन की बढ़ती मांग कंपास को वैश्विक रियल एस्टेट क्षेत्र में क्रांति लाने में अग्रणी भूमिका निभाने में सक्षम बनाता है, जो नवीन प्रौद्योगिकी और अभूतपूर्व कनेक्टिविटी द्वारा संचालित है।

ऐसा कहा जा सकता है कि रिएल एस्टेट क्षेत्र में तकनीकी उपकरण पूर्वाग्रह को दूर कर रहे हैं, अनुमान को समीकरण से बाहर कर रहे हैं, पारदर्शिता का परिचय दे रहे हैं और पूरी लेनदेन प्रक्रिया को सुचारू बना रहे हैं।

हाल के वर्षों में लोगों को रहने, गाड़ी चलाने, काम करने, छुट्टियां मनाने आदि के तरीकों में तेज बदलाव हुआ, जिसे स्मार्ट लीविंग कहा जाता है। रियल एस्टेट क्षेत्र में टेक्नोलॉली को अपनाने की रफ्तार भले ही धीमी रही है लेकिन सबके जीवन को आसान बनाने के लिये आखिरकार इस क्षेत्र में भी अब बदलाव आ गया है।

(आईएएनएस)

Created On :   23 March 2022 1:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story