RBI पैनल ने MSME के लिए ऋण सीमा में संशोधन की सिफारिश की
- : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा गठित एक समिति ने सिफारिश की है कि सूक्ष्म
- लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के लिए संपार्श्विक-मुक्त उधार की सीमा बढ़ाकर 20 लाख रुपये की जानी चाहिए।
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा गठित एक समिति ने सिफारिश की है कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) और स्वयं के लिए संपार्श्विक-मुक्त उधार की सीमा बढ़ाकर 20 लाख रुपये की जानी चाहिए। सहायता समूह (SHG) समिति ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत स्वीकृत ऋण सीमा को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये करने की सिफारिश की है।
एमएसएमई के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा। एमएसएमई 11.1 करोड़ लोगों को रोजगार देते हैं और कृषि के बाद नौकरियों के सबसे बड़े प्रदाता हैं। एक अन्य जवाब में, गडकरी ने कहा कि मार्च 2018 से मार्च 2019 तक उद्योग आधार पोर्टल पर 22.83 लाख एमएसएमई पंजीकृत थे।
सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों द्वारा एमएसएमई क्षेत्र में मार्च 2019 में 14.97 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह हुआ, जबकि मार्च 2018 में 11.49 लाख करोड़ रुपये और मार्च 2017 में 10.7 लाख करोड़ रुपये था।
Created On :   25 July 2019 6:00 PM IST