यूट्यूब भरेगा 1224 करोड़ रुपए का जुर्माना, शेयर किया था बच्चों का डाटा
- FTC कमिश्नरों के 3-2 के वोट से ये सेटलमेंट किया गया है
- गूगल का जुर्माना चुकाने के लिए एफटीसी के साथ सेटलमेंट हो गया है
- यूट्यूब को बच्चों का डाटा शेयर करने के मामले में 1224 करोड़ रुपए का जुर्माना भरना होगा
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। गूगल ने अवैध रूप से कलेक्ट किए गए बच्चों के डेटा को शेयर करने के मामले में 170 मिलियन (करीब 1224 करोड़ रुपए) का जुर्माना देने पर सहमति व्यक्त की है। अमेरिकी अधिकारियों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।
फेडरल ट्रेड कमिशन (एफटीसी) और न्यूयॉर्क राज्य अटॉर्नी जनरल के साथ यूट्यूब का सेटलमेंट बच्चों के ऑनलाइन गोपनीयता संरक्षण अधिनियम, 1998 के संघीय कानून से जुड़े मामले में सबसे बड़ी राशि है। जुर्माने की राशि में से 130 मिलियन डॉलर एफटीसी और 34 मिलियन न्यूयॉर्क को जाएंगे।
बच्चों की गोपनीयता के मामले में इससे पहले रिकॉर्ड 5.7 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया गया था। यह जुर्माना एक एजेंसी ने इस साल टिक टॉक (TikTok) के मालिक के खिलाफ लगाया था, जो एक सामाजिक वीडियो शेयरिंग ऐप है।
FTC कमिश्नरों के 3-2 के वोट से ये सेटलमेंट किया गया है। दो डेमोक्रेट्स रेबेका स्लॉटर और रोहित चोपड़ा, चाहते थे कि इस मामले में कठिन दंड दिया जाना चाहिए।
यूट्यूब पर माता-पिता की सहमति के बिना कुकीज़ का उपयोग करके बच्चों के चैनलों के दर्शकों को ट्रैक करने का आरोप है। दर्शकों को ट्रैक कर यूट्यूब ने विज्ञापनों के जरिए करोड़ों डॉलर कमाए।
अधिकारियों ने कहा कि गूगल के स्वामित्व वाली यू ट्यूब ने गलत तरीके से बच्चों का डेटा इकट्ठा किया। इनमें उनके अभिभावकों की इजाजत के बगैर लिए गए आइडेंटिफिकेशन कोड भी हैं, जिनका इस्तेमाल वेब ब्राउजिंग ट्रैक करने में किया जाता है।
सेटलमेंट में ये भी कहा गया है कि बच्चों के कंटेंट को अब तक जिस तरह से यूट्यूब हैंडल कर रहा था अब उसे वो तरीका भी बदलना होगा।
Created On :   4 Sept 2019 9:50 PM IST