आर्थिक सर्वेक्षण उन्नत अर्थव्यवस्थाओं से निकलने वाले वित्तीय संक्रमण की देता है चेतावनी
- आर्थिक सर्वेक्षण उन्नत अर्थव्यवस्थाओं से निकलने वाले वित्तीय संक्रमण की देता है चेतावनी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 2022-23 के आर्थिक सर्वेक्षण से स्पष्ट हुआ है कि 2020 के बाद से वैश्विक अर्थव्यवस्था को कम से कम तीन झटके लगे हैं। सामान्य तौर पर अतीत में वैश्विक आर्थिक झटके गंभीर थे, लेकिन समय के साथ समाप्त हो गए। यह सब महामारी-प्रेरित संकुचन के साथ शुरू हुआ। इसके बाद रूस-यूक्रेन संघर्ष ने दुनिया भर में मुद्रास्फीति को बढ़ाया। फिर केंद्रीय बैंकों ने मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिए समकालिक नीतिगत दरों में वृद्धि की।
यूएस फेड द्वारा दरों में वृद्धि ने अमेरिकी बाजारों में पूंजी को आकर्षित किया, इससे अधिकांश मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर का मूल्य बढ़ा। इससे चालू खाता घाटा (सीएडी) का विस्तार हुआ और आयात करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रास्फीति बढ़ी।
दर में वृद्धि और लगातार मुद्रास्फीति ने आईएमएफ द्वारा विश्व आर्थिक आउटलुक के अक्टूबर 2022 के अपडेट में 2022 और 2023 के लिए वैश्विक विकास पूर्वानुमानों को कम कर दिया। चीनी अर्थव्यवस्था की कमजोरियों ने विकास के पूर्वानुमानों को कमजोर करने में योगदान दिया। सर्वेक्षण में कहा गया है कि आर्थिक तंगी के अलावा धीमी वैश्विक वृद्धि भी उन्नत अर्थव्यवस्थाओं से निकलने वाली वित्तीय बीमारी का कारण बन सकती है, जहां गैर-वित्तीय क्षेत्र का कर्ज वैश्विक वित्तीय संकट के बाद से सबसे अधिक बढ़ गया है।
उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रास्फीति के बने रहने और केंद्रीय बैंकों द्वारा और अधिक दरों में वृद्धि के संकेत के साथ, वैश्विक आर्थिक ²ष्टिकोण के लिए नकारात्मक जोखिम बढ़ा हुआ दिखाई देता है।
सोर्सः आईएएनएस
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Created On :   31 Jan 2023 2:30 PM IST