इंडियाबुल्स हाउसिंग और लक्ष्मी विलास बैंक का विलय: CCI से मिली हरी झंडी

इंडियाबुल्स हाउसिंग और लक्ष्मी विलास बैंक का विलय: CCI से मिली हरी झंडी
इंडियाबुल्स हाउसिंग और लक्ष्मी विलास बैंक का विलय: CCI से मिली हरी झंडी
इंडियाबुल्स हाउसिंग और लक्ष्मी विलास बैंक का विलय: CCI से मिली हरी झंडी
हाईलाइट
  • अप्रैल में लक्ष्मी विलास बैंक ने इंडियाबुल्स हाउसिंग के साथ विलय की घोषणा की थी
  • बैंक के शेयरधारकों को प्रति 100 शेयर के बदले इंडियाबुल्स के 14 शेयर मिलेंगे
  • वर्तमान में लक्ष्मी विलास बैंक के देशभर में 569 शाखाएं और कुल 1046 एटीएम हैं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस की लक्ष्मी विलास बैंक के साथ प्रस्तावित विलय को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने मंजूरी दे दी है। बता दें कि अप्रैल 2019 में, लक्ष्मी विलास बैंक ने इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस के साथ विलय की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य अधिक पूंजी आधार और व्यापक भौगोलिक पहुंच वाला उद्यम बनाना है। वर्तमान में लक्ष्मी विलास बैंक की देशभर में 569 शाखाएं, 1046 ATM हैं। वहीं अगर इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस की बात करें तो देशभर में 220 शाखाएं हैं।

विलय के प्रस्ताव को मंजूरी
इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने 20 जून 2019 को हुई अपनी बैठक में विलय के प्रस्ताव पर विचार किया और उसे मंजूरी दे दी है। इससे पहले लक्ष्मीविलास बैंक के निदेशक मंडल ने बैंक के इंडियाबुल्स हाउसिंग के साथ विलय को मंजूरी दी थी। विलय प्रस्ताव के तहत बैंक के शेयरधारकों को प्रति 100 शेयर के बदले इंडियाबुल्स के 14 शेयर मिलेंगे। दोनों कंपनियों के विलय से बनने वाली संयुक्त इकाई में कर्मचारियों की संख्या 14,302 होगी और वित्‍त वर्ष 2018-19 के पहले नौ महीने की अवधि में उसका दिया गया कर्ज 1.23 लाख करोड़ रुपए होगा।

बढ़े शेयर
इस खबर के आने के बाद लक्ष्मी विलास के शेयरों में जोरदार खरीदारी देखने को मिली और कंपनी के शेयर 10% बढ़ गए। इसके साथ ही 63.50 के भाव पर बैंक के शेयर में अपर सर्किट लग गया। इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस के शेयर में भी तेजी देखी गई है।

लक्ष्‍मी विलास बैंक
बता दें कि साल 1926 में लक्ष्‍मी विलास बैंक वजूद में आया था। इसके वजूद में आने के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) से 1958 में लाइसेंस मिला। इसके बाद लक्ष्‍मी विलास बैंक कमर्शियल बैंक बन गया। साल 1974 से बैंक के ब्रांच का विस्‍तार शुरू हुआ। लक्ष्‍मी विलास बैंक के ब्रांच और फाइनेंशियल सेंटर आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल के अलावा दिल्‍ली, मुंबई और कोलकाता में भी मौजूद हैं।
 

Created On :   21 Jun 2019 5:31 PM IST

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