अडानी ग्रुप के बाद एक और भारतीय मूल की अमेरिकी पर हिंडनबर्ग ने किए धमाकेदार खुलासे, 'फॉर्च्यून' की शक्तिशाली महिलाओं की लिस्ट में रह चुकी हैं शामिल
- कौन हैं अमृता आहुजा?
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अडानी ग्रुप के बाद अमेरिकी शार्ट सेलिंग हिंडनबर्ग ने अब ट्विटर के फाउंडर जैक डार्सी की कंपनी ब्लॉक इंक को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। जिसके बाद से ही उसके शेयरों में भारी गिरावट देखा जा रहा है। हिंडनबर्ग ने अपने रिपोर्ट में दावा किया है कि जैक की ये कंपनी अपने निवेशकों के साथ छलकपट कर रही है। साथ ही भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक अमृता अहुजा पर एक रिपोर्ट जारी कर कथित रूप से उन पर भी विश्वासपात्र धारकों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।
बता दें कि, आहुजा ब्लॉक इंक कंपनी में बतौर चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर कार्यरत हैं। इन पर हिंडनबर्ग ने दावा करते हुए रिपोर्ट में यह खुलासा किया है कि यह शेयरों को डंप करने का काम कर रही हैं, ताकि कंपनी को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाया जा सके। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद भारतीय मूल की अमृता अहूजा सबसे ज्यादा चर्चा में हैं तो आइए जानते हैं कि आखिर अहुजा हैं कौन और कंपनी में इनकी क्या भूमिका है।
कौन हैं अमृता आहुजा?
अमृता आहुजा मूल रूप से भारतीय हैं उनके माता-पिता भारत से जाकर अमेरिका में बस गए थे, तभी से वो अमेरिका में रहती हैं और आज वो एक अमेरिकी नागरिक हैं। आहुजा ब्लॉक इंक कंपनी से बतौर चीफ फाइनेंशियल अधिकारी के तौर पर जुड़ी हुई हैं और इस पद पर वो पिछले महीने यानी फरवरी 2023 से बनी हुई हैं। हालांकि, कंपनी से आहुजा साल 2019 से ही जुड़ी हुई हैं। अमृता आहुजा कई नामी गिरामी कंपनियों में अपनी सेवा दे चुकी हैं। जिनमें Airbnb, McKinsey Company, डिज्नी जैसी कई बड़ी कंपनियों के नाम शामिल हैं। आहुजा ने बिजनेस की पढ़ाई लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, ड्यूक यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड स्कूल ऑफ बिजनेस से की है। इनके नाम कई बड़ी उपलब्धियां भी हैं। आहुजा ने मशहूर मोबाइल गेम कैंडी क्रश, कॉल ऑफ ड्यूटी जैसे कई फेमस गेम्स के डेवलपमेंट और मार्केटिंग पर काम किया और उसमें सफलता भी मिली। वहीं साल 2022 की फॉर्च्यून की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की लिस्ट में अमृता आहूजा का नाम शामिल रहा था। जिसने उनके करियर में चार चांद लगाने का काम किया।
कंपनी ने किया विश्वासघात
हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट के बाद से ही अमृता आहुजा सुर्खियों में बनी हुई हैं। अपने रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने कहा कि इस कंपनी ने अपने शेयरधारकों से विश्वासघात किया है। दो सालों के गहन जांच पड़ताल के बाद ब्लॉक इंक की सच्चाई जनता के सामने आई है। जिन लोगों ने कंपनी पर भरोसा जताया और उन्हें लाभ देने की बात कंपनी की ओर से कही गई थी लेकिन इसके विपरीत उन्होंने खुद को ही फायदा पहुंचाया और अपने धारकों को अंधेरे में रखा। हिंडनबर्ग ने ब्लॉक इंक के फाउंडर जैक डार्सी और जेम्स मैककेल्वे और अमृता आहुजा को सवालों के घेरे में लिया है।
विचार विमर्श में लगे अधिकारी
वहीं इन सबसे अलग कंपनी ने हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट को प्रोपेगेंडा करार दिया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। कंपनी ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को एक साजिश के तहत लाने की बात भी कही है। हालांकि, इस रिपोर्ट के आने के बाद से ब्लॉक इंक कंपनी के शेयरों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई हैं। जिसके बाद कंपनी के आला अधिकारी इस समस्या से निपटने के लिए विचार विमर्श में लगे हुए हैं।
हाल ही में बिजनेस मैन गौतम अडानी के लेकर हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी की थी। जिसमें दावा किया था कि अडानी ग्रुप की कंपनियां अपने शेयरधारकों के साथ छल कर रही है। इस रिपोर्ट के बाद शेयर बाजार में हड़कप मच गया और अडानी ग्रुप की कंपनियों की शेयर वैल्यू भरभरा कर गिर गई थी।
Created On :   24 March 2023 2:16 PM IST