राजकोषीय घाटा: भारत का राजकोषीय घाटा 7 महीने में 8 लाख करोड़ रुपये के पार

भारत का राजकोषीय घाटा 7 महीने में 8 लाख करोड़ रुपये के पार
भारत का राजकोषीय घाटा (फिस्कल डेफिसिट) 8.04 लाख करोड़ रुपये है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में, यानि अप्रेल से अक्टूबर तक, भारत का राजकोषीय घाटा (फिस्कल डेफिसिट) 8.04 लाख करोड़ रुपये है, जो पूरे वर्ष के अनुमान का 45 प्रतिशत है। गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों से ये जानकारी सामने आई है। अप्रैल-अक्टूबर के लिए शुद्ध कर राजस्व 13.02 लाख करोड़ रुपये या वार्षिक अनुमान का 55.9 प्रतिशत रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 11.71 लाख करोड़ रुपये था।

7 महीने के दौरान कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन 17.6 फीसदी बढ़कर 4.82 लाख करोड़ रुपये हो गया। अप्रैल-अक्टूबर के दौरान कुल सरकारी व्यय 23.94 लाख करोड़ रुपये या बजट लक्ष्य का 53.2 प्रतिशत था, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 21.44 लाख करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में, सरकारी पूंजीगत व्यय 5.47 लाख करोड़ रुपये या वार्षिक लक्ष्य का 54.7 प्रतिशत था, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि के लिए यह आंकड़ा 4.09 लाख करोड़ रुपये था।

--आईएएनएस

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   1 Dec 2023 10:08 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story