जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024: नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव आयोग से चुनाव से पहले बीजेपी प्रत्याशी राणा की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की
- एजेंडे के तहत वीडियो से मेरे भाषण का एक चुनिंदा हिस्सा उठाया-राणा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव आयोग से जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले एक प्रत्याशी की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की है। एनसी ने ईसी के समक्ष एक लिखित शिकायत दर्ज में कथित तौर पर सांप्रदायिक भाषण के लिए बीजेपी के डोडा ईस्ट प्रत्याशी गजय सिंह राणा को तत्काल अयोग्य ठहराने की मांग की है। एनसी ने अपनी शिकायत में कहा है कि डोडा ईस्ट निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार गजय सिंह राणा ने चुनाव कैंपेन के दौरान भड़काऊ और सांप्रदायिक भाषण दिया। जिसके लिए तत्काल कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
एनसी की ओर से की गई शिकायत में दावा किया कि राणा ने अपने बयान में कहा है कि क्षेत्र में पिछली और हाल की हिंसक घटनाएं आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई नहीं थीं बल्कि मुस्लिम समुदाय द्वारा हिंदू समुदाय पर सीधा हमला था। यह भारत और आतंकवादियों के बीच युद्ध नहीं है बल्कि हिंदू और मुस्लिमों के बीच युद्ध है। ये बयान न केवल तथ्यात्मक रूप से गलत है बल्कि सांप्रदायिक घृणा और अशांति को भड़का रहा है। इस तरह की बयानबाजी बेहद पहले से ही संवेदनशील क्षेत्र में शांति को भंग कर सकता है।
आरोपों के जवाब में बीजेपी प्रत्याशी राणा ने कहा है कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने वीडियो को 19 जून 2024 का बताया है, उनका कहना है कि जब मैंने चपनारी नरसंहार के शहीदों की सालगिरह पर अपना भाषण दिया था। एनसी ने अपने एजेंडे के तहत वीडियो से मेरे भाषण का एक चुनिंदा हिस्सा उठाया है। हमारे पास पूरा वीडियो है। एनसी हार के डर से ऐसी रणनीति का सहारा ले रही है।
आपको बता दें एनसी ने राणा के एक वीडियो को लेकर ये मांग की है। खबरों के मुताबिक राणा का सांप्रदायिक भाषण वाला 39 सेकंड का वीडियो क्लिप जम्मू-कश्मीर में वायरल है। बताया जा रहा है कि वीडियो में एक रैली को संबोधित करते हुए राणा को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि डोडा जिले में चपनारी, कामलारी, बरशल्ला या सरथल में हुए हमलों में हिंदू निशाने पर थे और मुस्लिम अपराधी थे। उन्होंने लोगों से ऐसी ताकतों के खिलाफ एकजुट होने के लिए कहते हुए भी सुना जा सकता है। एनसी ने इसे लेकर ईसी से राणा को अयोग्य ठहराने और कानूनी रूप से मामला दर्ज करने की अपील की है।