लोकसभा चुनाव 2024: चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले पीएम का देशवासियों को भावुक पत्र, सरकार की उपलब्धियों का किया जिक्र
- पीएम मोदी का देश वासियों के नाम पत्र
- सरकार की उपलब्धियों का किया जिक्र
- शनिवार को होगा लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान में कुछ घंटों का समय शेष बचा है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों के नाम एक भावुक पत्र लिखा है। पीएम ने लिखा, "मेरे 140 करोड़ परिवारजनों के साथ विश्वास, सहयोग और समर्थन से जुड़ा यह मजबूत रिश्ता मेरे लिए कितना विशेष है, इसे शब्दों में व्यक्त कर पाना कठिन है।"
पूरा हो रहा एक दशक का साथ
देशवासियों के नाम पत्र में पीएम मोदी ने लिखा, "मेरे प्रिय परिवारजन आपका और हमारा साथ अब एक दशक पूरा करने जा रहा है। मेरे परिवारजनों के जीवन में आया सकारात्मक बदलाव ही बीते 10 वर्षों में हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि, सबसे बड़ी पूंजी है। अपनी हर नीति, हर निर्णय के जरिए गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए कृतसंकल्पित सरकार ने जो ईमानदार प्रयास किए हैं, उनके सार्थक परिणाम हमारे सामने हैं।"
सरकार की उपलब्धियों का किया जिक्र
पीएम मोदी ने अपनी सरकार के दोनों कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए लिखा, "प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए पक्के मकान, सभी के लिए बिजली, पानी, गैस की समुचित व्यवस्था, आयुष्मान भारत योजना के जरिए इलाज की व्यवस्था, किसान भाई-बहनों को आर्थिक मदद, मातृ वंदना योजना के जरिए माताओं-बहनों को सहायता जैसे अनेक प्रयास सिर्फ और सिर्फ इसलिए फलीभूत हो पाए हैं, क्योंकि आपका भरोसा, आपका विश्वास मेरे साथ था।"
उन्होंने आगे कहा, "विकास और विरासत को साथ लेकर आगे बढ़ते भारत ने बीते एक दशक में जहां बुनियादी ढांचों का अभूतपूर्व निर्माण देखा, तो वहीं हमें अपनी समृद्ध सांस्कृतिक और राष्ट्रीय धरोहरों के पुनरुत्थान का साक्षी बनने का गौरव भी प्राप्त हुआ. अपनी समृद्ध संस्कृति और परंपरा को सहेजकर आगे बढ़ते देश पर आज हर देशवासी को गर्व है।"
ऐतिहासिक और बड़े फैसले लेने से नहीं चूके
पत्र में पीएम ने सरकार द्वारा लिए फैसलों का उल्लेख करते हुए लिखा, "यह आपका विश्वास और समर्थन ही था कि जीएसटी लागू करना, धारा 370 समाप्त करना, तीन तलाक पर नया कानून, संसद में महिलाओं के लिए नारी शक्ति बंदन अधिनियम, नये संसद भवन का निर्माण, आतंकवाद और नक्सलवाद पर कठोर प्रहार जैसे अनेक ऐतिहासिक और बड़े फैसले लेने से हम चूके नहीं।"