सनसनी: रेलवे परिसर में सिर कुचलकर निगरानी बदमाश की हत्या
- दोनों हमलावरों को जीआरपी ने पकड़ा
- रिक्शा चालक के कत्ल का आरोपी था मृतक
- पुलिस ने आरोपियों से की पूछताछ
डिजिटल डेस्क, सतना। मध्यप्रदेश के सतना रेलवे स्टेशन में माल गोदाम के पास 2 बदमाशों ने पत्थर से सिर कुचलकर युवक को मौत के घाट उतार दिया, जिससे शहर में सनसनी फैल गई है। मृतक कुछ दिन पहले ही हत्या के प्रकरण में छूटकर जेल से बाहर आया था। पुलिस ने बताया कि बुधवार शाम को लगभग साढ़े 7 बजे आदतन बदमाश सोनू उर्फ नारायण पुत्र बृजवासी शुक्ला 36 वर्ष, निवासी सीधी, नशे में धुत होकर माल गोदाम के सामने स्थित फुट ओवर ब्रिज के नीचे सो रहा था, तभी आरोपी राहुल और राजा ने पेवर्स ब्लाक से हमला कर दिया। दोनों हमलावरों ने ताबड़तोड़ प्रहार किए, जिससे युवक का जबड़ा टूट गया और सिर फट गया। इस घटना में मौके पर ही उसकी मौत हो गई। तब दोनों आरोपी रेलवे परिसर से भाग निकले, मगर उनकी करतूत भिक्षा मांगने वाली एक महिला की नजर में आ गई, जिसने तुरंत जीआरपी को खबर दी तो पुलिसकर्मी फौरन हरकत में आ गए। जगह-जगह तलाश करने के पश्चात आरोपियों को रेलवे यार्ड से दबोच लिया गया। वहीं मृतक का शव कब्जे में लेते हुए जिला चिकित्सालय की मरचुरी भेज दिया गया। साक्ष्य संकलन के लिए जिला पुलिस के वैज्ञानिक अधिकारी डॉ महेंद्र सिंह के फॉरेंसिक शाखा के आरक्षक मुकेश यादव को भी मौके पर बुलाया गया था।
रिक्शा चालक के कत्ल का आरोपी था मृतक
जीआरपी के मुताबिक सोनू उर्फ नारायण शुक्ला के खिलाफ जीआरपी में कई गंभीर अपराध दर्ज हैं। वर्ष 2014 में बदमाश ने दामोदर चौधरी नामक एक बुजुर्ग रिक्शा चालक की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दिया था, जिसमें उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। लंबे समय तक सलाखों के पीछे रहने के बाद आरोपी कुछ समय पूर्व जमानत पर बाहर आया था, मगर हरकतों से बाज नहीं आ रहा था।
लेनदेन का विवाद
पुलिस की टीम ने पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि सोनू उर्फ नारायण के साथ लेनदेन को लेकर उनका विवाद चल रहा था। मृतक और आरोपी बुधवार दोपहर को रिटायरिंग रूम में भी भिड़ गए थे, तब लोगों की मौजूदगी के कारण बात आगे नहीं बढ़ी, लेकिन रात में मौका मिलते ही आरोपियों ने वारदात को अंजाम दे दिया। बताया गया है कि मृतक सुबह से ही नशे में धुत होकर स्टेशन परिसर में काफी देर तक इधर-उधर भटकने के पश्चात हनुमान मंदिर के सामने बीच सडक़ पर सो गया था। तब कुछ लोगों ने उसे उठाकर किनारे लिटा दिया था।