छिंदवाड़ा: राजना के मनोज पोचट ने रेलवे के लिए बनाई एआई आधारित मशीन
- रेलवे की हर बेडशीट की होगी शत-प्रतिशत जांच
- पुणे में पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू हुआ काम
- रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने पुणे में उद्घाटन किया
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/पांढुर्ना। पुणे से रेल यात्रा शुरू करने वाले यात्रियों को अब शत-प्रतिशत चादरें स्वच्छ एवं साफ मिलेंगी। अब रेलवे में यात्रियों को दी जाने वाली चादरों के सफाई की जांच एआई मशीन से होगी। विश्व में पहली बार चादरों के लीनन निरीक्षण और शार्टिंग सहायक (एलआईएसए) मशीन का निर्माण राजना निवासी मनोज वासुदेवराव पोचट और करण पाटिल ने किया है।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को पुणे के घोरपड़ी लांड्रिग-क्लीनिंग सेंटर में इस मशीन का उद्घाटन किया। फिलहाल इस मशीन से पुणे रेलवे स्टेशन के लिए प्रयुक्त होने वाली चादरों का निरीक्षण होगा। कुछ दिनों बाद मध्य और पश्चिम रेलवे के बड़े स्टेशनों में भी एआई मशीन के माध्यम से चादरों की सफाई सुनिश्चित होगी। इसका निर्माण साकार रोबोटिक्स ने किया है।
पहले होती थी दो प्रतिशत चादरों की जांच
साकार रोबोटिक्स के संस्थापक राजना निवासी मनोज पोचट ने बताया कि लीसा विश्व में अपनी तरह की पहली एआई स्वचलित लीनन शॉर्टिंग मशीन है। जो पुणे रेलवे स्टेशन की घोरपड़ी लांड्री में स्थापित की गई है। अब तक केवल दो प्रतिशत चादरों की ही जांच हो पाती थी। इस मशीन के माध्यम से अब शत-प्रतिशत चादरों के स्वच्छता की जांच हो सकेगी।
रेलमंत्री वैष्णव ने की सराहना
साकार रोबोटिक्स के माध्यम से बनी इस मशीन के उद्घाटन अवसर पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने मशीन की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह मशीन पूर्णत: मेक इन इंडिया आधारित सॉफ्टवेयर और टेक्नालॉजी से पुणे में शुरू हुई है। डीआरएम इंदु दुबे ने भी मशीन की सराहना करते हुए इस टेक्नालॉजी के विस्तार की बात कही। सनद् रहे कि कंपनी के संस्थापक मनोज पोचट राजना के मूल निवासी है। उनका स्नातक शिक्षा पांढुर्ना-सौसर में ही हुई हैं।