भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अनाम आदिवासी नायक नामक विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी
मध्यप्रदेश भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अनाम आदिवासी नायक नामक विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी
डिजिटल डेस्क,भोपाल। हिंदी विश्वविद्यालय, जनजातीय विश्वविद्यालय के डॉ भूपेंद्र कुमार, डॉ संतोष कुमार सोनकर पश्चिम बंगाल के काशीपुरम माइकल मधुसूदन महाविद्यालय, पुरूलिया और आई सी एस एस आर, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में 28 और 29 मार्च को "इतिहास, सहित्य, प्रिंट मीडिया में प्रस्तुत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अनाम आदिवासी नायक नामक विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित होगी जिसके संयोजक अंग्रेजी विभाग के डॉ सुशील सरकार हैं। इस संगोष्ठी में बीज वक्तव्य देने के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के आंग्ल और विदेशी भाषा विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ संतोष कुमार सोनकर को बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया है। डॉ सोनकर बीज वक्तयव्य देने के साथ एक सत्र में व्याख्यान देंगे और दो सत्रों की अध्यक्षता भी करेंगे।
डॉ सोनकर जनजातीय साहित्य के क्षेत्र में एक पहचान बना चुके हैं। जनजातीय साहित्य पर डॉ सोनकर ने देश के प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में कई शोध पत्र और पुस्तकों में शोध अध्याय प्रकाशित किये हैं, संस्थानों में व्याख्यान दिए हैं, एवं संगोष्ठियों में शोध प्रस्तुत किये हैं। उन्होंने देश के तीन राज्यों के जनजातीय कवियों के कविता संग्रहों (झारखंड से महादेव टोप्पो का जंगल पहाड़ के पाठ, महाराष्ट्र से उषाकिरण आत्राम का मोट्यारिन, अरुणाचल प्रदेश से जमुना बिनि का जब आदिवासी गत है) का हिंदी से अंग्रेजी में अनुवाद भी किया है। उन्होंने सिचुएटिंग ट्राइबल्स ऑफ इंडिया: लैंग्वेज, कल्चर एंड सेल्फ नामक किताब का संपादन भी किया है।
डॉ सोनकर के अलावा मध्य प्रदेश से अटल बिहारी बाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय, भोपाल के पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के शिक्षक डॉ भूपेंद्र सुल्लेरे भी अतिथि के रूप में संगोष्ठी में उपस्थित रहेंगे। डॉ भूपेंद्र सुल्लेरे व्याख्यान देने के साथ एक सत्र की अध्यक्षता भी करेंगे।
संगोष्ठी में देश के नामचीन लेखक, विद्वान और कई राज्यों से शोधार्थी भी भाग लेंगे।