Indo-Canada Dispute: हिंदू मंदिर पर हमले के बाद सड़क पर उतरे भारतीय मूल के सैकड़ों लोग, 'जय श्री राम' के नारे के साथ किया खालिस्तान का विरोध
- हिंदू मंदिर पर हमले के बाद सड़क पर उतरे भारतीय मूल के सैकड़ों लोग
- 'जय श्री राम' के नारे के साथ किया खालिस्तान का विरोध
- हिंदू मंदिर पर हमले को लेकर पीएम मोदी और विदेश मंत्रालय ने की निंदा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों ने हाल ही में एक हिंदू मंदिर पर हमला कर दिया था। इस हमले के बाद अब भारतीय मूल के सैकड़ों लोग कनाडा की सड़कों पर खालिस्तान के विरोध में प्रदर्शन करने उतर गए। बता दें, बीते 3 नवंबर को हिंदू मंदिर में भारतीय कांसुलर कैंप का आयोजन किया गया था। इसी बीच खालिस्तानी आतंकियों की एक भीड़ ने उनपर हमला कर दिया था। इसके बाद अब कनाडा में रह रहे भारतीय मूल के हिंदूओं का गुस्सा फूटा है। हजारों की तादाद में लोग सड़कों पर उतर कर 'खालिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाते नजर आए।
कनाडा के टोरंटो और अन्य बड़े शहरों में कई भारतीय हिंदू समुदाय के लोग खालिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वह किसी भी कीमत पर अपने हिंदू धर्म का अपमान नहीं सहेंगे। और अगर हमारे संस्कृति का किसी ने भी अपमान किया तो उनको करारा जवाब देंगे।
ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर पर हमले के बाद वहां बड़ी तादाद में लोग जुट गए। इस दौरान उनके हाथों मे भगवा रंग के झंडे देखे गए। जिनपर "जय श्री राम" लिखा हुआ था। साथ ही उन्होंने "जय श्री राम" के नारे भी लगाए। लोगों की इस बड़ी भीड़ को देखते हुए कनाडा प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए।
भारतीय मूल के कनाडाई नागरिकों का इस प्रदर्शन के पीछे की मुख्य वजह थी कि उनके धर्म का अपमान करने वाले खालिस्तानी आतंकियों पर सख्त से सख्त कारर्वाई की जाए। उन्होंने प्रदर्शन के दौरान ट्रूडो सरकार को इसके संकेत भी दिए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इन चमरपंथी गुटों के खिलाफ सरकार को एक्शन लेना चाहिए। क्योंकि अगर आगे भी ऐसी घटना होती है तो यह देश के सामाजिक ताने-बाने को खत्म कर सकती है।
कनाडा की इस घटना पर प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी कड़ी शब्दों में निंदा की। साथ ही भारतीय विदेश मंत्रायल ने भी एक बयान जारी करते हुए कहा, "हम ओंटारियो के ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं। हम कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि सभी पूजा स्थलों को ऐसे हमलों से बचाया जाए।"