युवक की संदेहास्पद स्थिति में मृत्यु के रहस्य से नहीं उठा परदा
चंद्रपुर युवक की संदेहास्पद स्थिति में मृत्यु के रहस्य से नहीं उठा परदा
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। शहर के आजाद गार्डन परिसर के रघुवंशी कॉम्प्लेक्स की पार्किंग में एक युवक को दो वाहनों द्वारा कुचलने के मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों का पीसीआर समाप्त होने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया। जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। आरोपियों के नाम भद्रावती निवासी प्रतीक बालाजी वाभिटकर और चंद्रपुर निवासी जितेश गोपाल विरानी हैं। फिलहाल पुलिस युवक की मृत्यु का रहस्य को सुलझाने की कोशिश कर है। बता दंे कि शहर थाने के डीबी दल ने पहले एक आरोपी का नाम राजेश विरानी बताया था। लेकिन वास्तव में आरोपी का नाम राजेश नहीं बल्कि जितेश विरानी है। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
जांच अधिकारी ने मंगलवार को माना कि, आरोपी का नाम जितेश विरानी है। दरम्यान इस घटना को लेकर आगे पार्किंग के समीप एनडी रेस्ट्रॉरेंट व बार के मालिक, सुरक्षा गार्ड, चौकीदार आदि से पूछताछ की जाएगी। यह जानकारी जांच अधिकारी पीएसआई अतुल थुल ने दी। उन्होंने बताया कि, गिरफ्तार आरोपियों को एमसीआर में भेजा गया है। मामले की जांच चल रही है। उधर मंगलवार को शहर पुलिस थाने में विरानी की जब्त की हुई ऑडी परिसर में नहीं दिखी, जबकि प्रतीक की कार इंडिका विस्टा थाने के सामने खड़ी थी। पुलिस ने दावा कि, ऑडी गाड़ी वहीं रखी है। ज्ञात हो कि, शनिवार की रात को देवाड़ा निवासी उमंग दहिवले ने बार में शराब पी और निकला। नशा अधिक हो जाने के कारण वह पार्किंग परिसर में ही सो गया। उसके बाद बार से निकलकर पहले प्रतीक ने उस पर वाहन चढ़ाया और बाद में वीरानी ने अपनी ऑडी उमंग पर चढ़ा दी। अस्पताल में ले जाने पर उसे मृत घोषित किया गया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने उक्त वाहन धारकों को रविवार रात को गिरफ्तार किया।