विधानसभा में धर्मांतरण तथा शराब के मुद्दे पर हंगामा
छत्तीसगढ़ विधानसभा में धर्मांतरण तथा शराब के मुद्दे पर हंगामा
डिजिटल डेस्क, रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीत सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ा। मंगलवार को नारायणपुर की घटना को लेकर भाजपा सदस्यों ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए वेल पर आकर नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया। इस पर भाजपा नेता बाहर आकर नारेबाजी करने लगे। दूसरा बड़ा मुद्दा शराब का था। कांग्रेस विधायक छन्नी साहू ने अपनी ही सरकर के आबकारी मंत्री कवासी लखमा को घेरा। हंगामे के बीच सदनकी कार्रचाई बुधवार तक स्थगित कर दी गई।
शुरूआत ही हंगामे से
सदन में प्रश्नकाल के दौरान डीएमएफ फंड में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर भाजपा ने हंगामा किया। इस पर मंत्री उमेश पटेल को विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने जांच कराने के निर्देश दिए। इसके बाद कांग्रेस विधायक के सवाल पर मंत्री कवासी लखमा उलझ गए। दरअसल, कुछ वक्त पहले छन्नी के विधानसभा क्षेत्र खुज्जी के 8वीं के छात्र को आबकारी के अफसरों ने पकड़ा था। कहा गया था कि एक बाइक पर 3 लोगों के साथ 10 पेटी शराब मिली है और छात्र भी तस्करी में शामिल था।
इसी पर बवाल हो गया। छन्नी ने मंत्री कवासी से पूछ लिया- ये बताइए कि एक बाइक पर तीन लोग हों और उसमें 10 पेटी शराब लाई जा सकती है क्या ? जवाब में मंत्री ने कहा एक बाइक पर तीन पेटी आ सकती है। इस पर भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, मंत्री खुद स्वीकार रहे हैं कि एक बाइक पर तीन पेटी शराब आएगी। आबकारी वाले जानबूझकर किसी को फंसाने का काम कर रहे हैं। देखते ही देखते मामले ने तूल पकड़ लिया। लखमा के गोल-मोल जवाब सुनकर भाजपा विधायकों ने हंगामा कर दिया।