‘‘हायर सेकेण्डरी परीक्षा परिणाम (एमपी बोर्ड) घोषित’’ 62.81 प्रतिशत बालिकाएँ और 59.71 प्रतिशत बालक हुए सफल
‘‘हायर सेकेण्डरी परीक्षा परिणाम (एमपी बोर्ड) घोषित’’ 62.81 प्रतिशत बालिकाएँ और 59.71 प्रतिशत बालक हुए सफल
डिजिटल डेस्क, अनुपपुर। अनुपपुर मध्यप्रदेश हायर सेकेण्डरी परीक्षाओं के सोमवार 27 जुलाई को घोषित परिणामों में अनूपपुर जिले का पास प्रतिशत 61.46 प्रतिशत रहा। इस वर्ष जिले की 62.81 प्रतिशत बालिकाओं ने एवं 59.71 प्रतिशत बालकों ने हायर सेकेण्डरी स्कूल की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। उल्लेखनीय है कि हायर सेकेण्डरी परीक्षाओं हेतु जिले में कुल 6239 नियमित विद्यार्थी (2727 बालक एवं 3512 बालिकाएँ) पंजीकृत थे। जिनमे से 6185 विद्यार्थी (2697 बालक एवं 3488 बालिकाएँ) परीक्षा में सम्मिलित हुए। मंडल द्वारा घोषित परिणामों में 1610 बालक (830 प्रथम श्रेणी, 714 द्वितीय श्रेणी, 66 तृतीय श्रेणी) उत्तीर्ण हुए वहीं 2191 बालिकाओं (1247 प्रथम श्रेणी, 897 द्वितीय श्रेणी, 47 तृतीय श्रेणी) ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की। इस प्रकार कुल 3801 विद्यार्थी (2077 प्रथम श्रेणी, 1611 द्वितीय श्रेणी, 113 तृतीय श्रेणी) हायर सेकेण्डरी परीक्षाओं में उत्तीर्ण हुए। अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 63.89 (बालक 62.50 प्रतिशत, बालिका 64.97 प्रतिशत) रहा। अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 53.95 (बालक 52.97 प्रतिशत, बालिका 54.61 प्रतिशत) रहा। अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 65.64 (बालक 62 प्रतिशत, बालिका 68.63 प्रतिशत) रहा। सामान्य वर्ग के छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 71.31 (बालक 69.18 प्रतिशत, बालिका 73.44 प्रतिशत) रहा। संकाय अनुसार, जिले में मानविकी संकाय से परीक्षा में सम्मिलित 2002 में से 1009 (50.39 प्रतिशत) विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त की। विज्ञान/गणित संकाय से परीक्षा में सम्मिलित 3070 में से 2117 (68.98 प्रतिशत) विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त की। वाणिज्य संकाय से परीक्षा में सम्मिलित 649 में से 414 (63.79 प्रतिशत) विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त की। कृषि संकाय से परीक्षा में सम्मिलित 450 में से 249 (55.33 प्रतिशत) विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त की एवं होम साइंस से परीक्षा में सम्मिलित 14 में 12 (85.71 प्रतिशत) विद्यार्थी परीक्षा में सफल हुए। सरस्वती उ.मा.वि. कोतमा की छात्रा पलक गौतम ने मध्यप्रदेश की प्रावीण्य सूची में 8 वाँ स्थान प्राप्त कर जिले को गौरवान्वित किया। पलक ने 500 पूर्णांक में से 483 अंक प्राप्त कर यह उपलब्धि अर्जित की। उल्लेखनीय है कि इससे पहले वर्ष 2018 में हाई स्कूल परीक्षा में भी पलक ने राज्य की प्रावीण्य सूची में तृतीय स्थान प्राप्त किया था। जिले की प्रावीण्य सूची में 10 छात्रों ने जगह बनाई। मानविकी संकाय में शैलजा सिंह पिता तेजराज सिंह प्रथम स्थान (447/500 अंक) एवं हेमंत कुमार केवट पिता कैलाश प्रसाद केवट (436/500 अंक) ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। विज्ञान/गणित संकाय में पुष्कर राठोर पिता रामगोपाल राठोर (474/500 अंक) ने प्रथम, अरिमर्दन सिंह परिहार पिता राजेश सिंह परिहार (465/500 अंक) ने द्वितीय तथा जतिन कुमार केशरवानी पिता शिवबाबू केशरवानी (463/500 अंक) एवं कशिश खटवानी पिता संजय खटवानी (463/500 अंक) ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। वाणिज्य संकाय में हिमांशु पांडे पिता जितेंद्र कुमार पांडे (446/500 अंक) ने प्रथम तथा अभय सिंह राठोर पिता रामरूप राठोर ने (443/500 अंक) ने जिले की प्रावीण्य सूची में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार कृषि संकाय में अनिल दास पिता रमेश दास (446/500 अंक) एवं फाइन आर्ट्स संकाय में मूलवती सिंह पिता सोन सिंह (382/500) ने जिले की प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान अर्जित किया है। उल्लेखनीय है कि जिले की प्रावीण्य सूची में जगह बनाने वाले 10 छात्रों में से 5 शासकीय शालाओं के छात्र हैं। सफल छात्रों को शुभकामनाएँ असफल विद्यार्थी न हों निराश, पूरे मनोयोग से करें प्रयास सफलता असफलता जीवन का हिस्सा सीख लेकर आगे बढ़ने हेतु करें प्रयास कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में जगह बनाने वाली पलक गौतम सहित जिले की प्रावीण्य सूची में जगह बनाने वाले 10 छात्रों एवं सफल हुए सभी विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दी हैं, साथ ही ऐसे विद्यार्थी जो किन्ही कारणवश सफल नही हो पाए उन्हें निराश न होकर दोगुने उत्साह के साथ प्रयास करने के लिए कहा है। आपने कहा जीवन में सफलता और असफलता आती-जाती रहती है। हमें कभी भी असफलताओं से निराश नहीं होना चाहिये। असफलता आपको सदैव मजबूती के साथ आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करती है। जो असफल हुए वे निराश न हों, करें प्रयास रुक जाना नहीं योजना के अवसर का लें लाभ हायर सेकेंडरी हेतु 5 अगस्त तक कर सकते हैं आवेदन उल्लेखनीय है कि ऐसे विद्यार्थी जो किन्हीं कारणों से अपनी बोर्ड की परीक्षाओं में सफल नहीं हो पाये हैं, वे रुक जाना नहीं योजना द्वारा प्रदत्त अवसर का लाभ ले सकते हैं। इस हेतु विद्यार्थियों को 5 अगस्त तक आवेदन करना होगा। अनुत्तीर्ण विद्यार्थी एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क अथवा स्वयं, ऑनलाइन निर%E