राजस्थान में विवाह के लिए नहीं मिलती लड़कियां इसलिए मानव तस्करी
कन्या भ्रूण हत्या का नतीजा राजस्थान में विवाह के लिए नहीं मिलती लड़कियां इसलिए मानव तस्करी
डिजिटल डेस्क, अमरावती। राजस्थान जैसे राज्य में असुविधाओं का ढेर रहने से स्थानीय लोग परप्रांत में जाकर छोटा-माेटा व्यवसाय कर बस जाते हंै। लेकिन जो राजस्थान में रहकर अपना घरदार चलाते हंै। उन्हें शादी के लिए लड़कियां नहीं मिलती हैं, क्योंकि वे लड़कियों की हत्या कर देते थे। नतीजतन अब शादी के लिए लड़की न मिलने से आखिरकार परप्रांत की लड़कियों से युवाओं को मजबूरन शादी करनी पड़ती है। इसलिए महाराष्ट्र से मानव तस्करी का सिलसिला पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ गया है। जहां हाल ही में अमरावती के गाडगेनगर थाने में दर्ज हुए मानव तस्करी के मामले में गिरफ्तार आरोपियों से कड़ी पूछताछ के दौरान मानव तस्करी को लेकर कई राज खुले है। बता दे कि शहर की एक नाबालिग को पैसों का लालच देकर काम करने के बहाने राजस्थान ले जाया गया। जिसमें अकोला व मध्यप्रदेश के दलालों ने समझौता राजस्थान के पार्टी से पहले ही कर लिया था। जैसे-तैसे उस नाबालिग को राजस्थान ले जाया गया। जहां 1 लाख 30 हजार रुपए में उस नाबालिग का सौदा करते हुए उसकी जबरन वहां शादी करा दी गई। लेकिन पुलिस ने मामले की गंभीरता से लेकर 4 दलाल समेत राजस्थान में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।जो फिलहाल पुलिस रिमांड में है। पूछताछ करने पर यह भी पता चला है कि राजस्थान के ऐसे कई गांव है, जहां पर सिर्फ बंजर जमीन है। पानी का अभाव, खेती बाडी न होने से बेरोजगारी बढ़ती गई। स्थानीय लोगों ने स्वयं राजस्थान की जमीन गिरवी रख बड़े महानगरों में जाकर अपना घर बसाया। लेकिन जो राजस्थान में ही पले बढ़े, उनके लिए राजस्थान छोडना असंभव था। युवाओं की बढ़ती तादाद से कोई अपनी लड़की का ब्याह गांव में नहीं कराने को देखता। इसलिए महाराष्ट्र से गरीब घर की लड़कियों का सौदा कर उनसे जबरन विवाह किया जाता है। जबकि यह मानव तस्करी का सिलसिला कई वर्षों पहले से ही शुरु हो चुका है।