किसानों को नहीं मिला "सिंचाई कुएं' का लाभ, खुद खरीदना पड़ रहा सामान 

अनदेखी किसानों को नहीं मिला "सिंचाई कुएं' का लाभ, खुद खरीदना पड़ रहा सामान 

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-17 09:43 GMT
किसानों को नहीं मिला "सिंचाई कुएं' का लाभ, खुद खरीदना पड़ रहा सामान 

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । रोजगार गारंटी योजना से किसानों को सिंचाई कुओं का निर्माण किया जा रहा है। किंतु केवल मजदूरी मजदूरों के बैक खाते में जमा की जाती है। कुआं निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री किसानों को स्वयं खरीदना पड़ रहा है। सामग्रियों की निधि भी जल्द नहीं मिलती है। गड़चिरोली जिले के अनेक किसानों ने 2 वर्ष पूर्व सिंचाई कुओं का निर्माण करने के बावजूद उन्हें सामग्री की खरीदी की निधि नहीं मिली। 2 वर्षों से किसान निधि की प्रतीक्षा में हैं। किसानों के खेत में सिंचाई की सुविधा हो, उन्हें बरहमाह तक फसलें लेना संभव हो, इसके लिए सरकार द्वारा महाराष्ट्र ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से 100 प्रतिशत अनुदान पर सिंचाई कुओं का निर्माण किया जाता है।

गड़चिरोली तहसील के अमिर्जा परिसर के किसानों को कुओं का कार्य मंजूर किए है। किंतु विगत 2 वर्षों से जिले के अनेक किसानों को सिंचाई कुओं की राशि नहीं मिली है। सिंचाई कुओं का निर्माण करने के लिए किसानों को स्वयं के पास की राशि खर्च की। कुओं का निर्माण पूर्ण होने के पश्चात सरकार की ओर से किसानों के बैंक खाते में राशि जमा की जाती है। कार्य करनेवाले मजदूरों को मजदूरी जल्द दी जाती है किंतु निर्माण साहित्यों पर खर्च करने के लिए निधि नहीं दी जाती है। संपूर्ण निर्माणकार्य होने के बाद ही यह निधि मिलती है। जिले के अनेक किसानों ने कुओं का निर्माण किया है। 2 वर्षों की अवधि बीतने के बावजूद उन्हें राशि नहीं मिली है। स्वयं के पास की राशि खर्च करने से अनेक किसान कर्ज बाजारी हुए हैं। सिंचाई कुआं निर्माण करने की सरकारी योजना है। किंतु अनुदान की किश्तें समय पर नहीं मिलने से किसानों को वित्तीय परेशानी हो रही है। कुआं निर्माणकार्य करनेवाले किसानों की वित्तीय स्थिति ध्यान में लेकर कुआं निर्माण की संपूर्ण निधि लाभार्थियों के बैंक खाते में जमा करने की मांग किसानों ने की है। 


 

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