किसानों से वसूली: अनाज लदे वाहनों से मंडी के कर्मचारी कर रहे वसूली, बिना सुविधा शुल्क लिए नहीं जाते हैं वाहन
- छोटे किसानों से वसूली कर रहे हैं मंडी कर्मचारी
- अनाज लदे वाहनों से कर रहे वसूली
- बिना सुविधा शुल्क लिए नहीं जाने देते हैं वाहन
डिजिटल डेस्क, पन्ना। अन्नदाता किसान एक ओर प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा है और जैसे-तैसे फसल जो हांथ में आती है उसे जब किसान मंडी बेंचने जाता है तो वहां के कर्मचारी भी उसे लूटने में कोई कोर-कसर नहीं छोड रहे हैं। मोहन्द्रा में रैपुरा-पवई तिगड्डा और पुन्हाई के पास कोटा रोड में सुबह होते ही सिमरिया कृषि मंडी के कर्मचारियों के दलाल अनाज लदे वाहनों से पैसे वसूलने खडे हो जाते हैं। यहां से निकलने वाले दर्जनों अनाज लदे वाहनों से १०० से ५०० रूपए तक वसूल किए जाते हैं। इस संबध में पूर्व में भी आम्हा के एक किसान ने बताया था कि उसका बेटा दान दाई रोड में मोटरसाइकिल से गिरकर घायल हो गया था दवा के लिए पैसे नहीं थे तो घर में रखा अनाज पिकअप वाहन से कटनी लेकर जा रहे थे मंडी कर्मचारियों को बताने के बाद भी उन्होंने बगैर पैसे लिए नहीं जाने दिया था।
बुधवार सुबह हीरो एचएफ डीलक्स बाइक के समीप खड़े युवक को पिकअप गाड़ी के पीछे दौड़ते देखा। चालक से पूछने पर पता चला कि वह मंडी से जुड़ा है जब उनसे जानकारी लेते हुए उसकी फोटो खींचने लगे तो उसने मना किया। वहीं एक किसान ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अंचल में सैकड़ों किसान नेता किसानों की समस्याओं के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंकते हुए मिल जाएंगे पर मंडी कर्मचारियों द्वारा की जा रही इस खुली लूट के संबंध में कभी कोई कुछ नहीं बोलता इसलिए छोटे किसान और अनाज खरीदी के व्यवसाय से जुड़े लोग चुपचाप वसूली की मार सह लेते हैं।
मंडी सचिव सिमरिया घनश्याम मुड़ा का कहना है कि मेरी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं हो रहा लेकिन आपके द्वारा यह बताया गया है तो उसे संज्ञान में लेकर हम दिखवाते हैं और मंडी का जो भी कर्मचारी वसूली में लिप्त मिलता है तो उसके ऊपर कार्रवाई करेंंगे।