गड़बड़ी: सहकारी समितियों में प्रबंधकों की नियुक्तियां कलेक्टर ने किया निरस्त, शासन स्तरीय जांच में उजागर हुई थी भर्ती में गड़बड़ी

  • शासन स्तरीय जांच में उजागर हुई थी भर्ती में गड़बड़ी
  • सहकारी समितियों में प्रबंधकों की नियुक्तियां कलेक्टर ने किया निरस्त
  • तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जाने का उल्लेख किया गया था

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-16 16:51 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित में 60 प्रतिशत समिति कर्मचारियों की कैडर भर्ती को कलेक्टर द्वारा निरस्त कर दिया गया है। केंदीय बैंक मर्यादित अंतर्गत 19 प्रबंधकों की कैडर भर्ती में हुए भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच में भोपाल से बनी टीम ने विधि विरुद्ध नियुक्तियां पाई थीं। जांच प्रतिवेदन के साथ पंजीयक सहकारी संस्थाएं भोपाल द्वारा कलेक्टर एवं प्रशासक जिला सहकारी बैंक मर्यादित को पत्र लिखकर सहायक समिति प्रबंधकों के पद से समिति प्रबंधक संवर्ग में अपात्र कर्मचारियों का चयन कर नियुक्ति देने की कार्रवाई को दूषित पाते हुए तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जाने का उल्लेख किया गया था।

कलेक्टर तरुण भटनागर ने भास्कर को बताया कि चूंकि शासन स्तर की जांच में निरस्त योग्य कहा गया, ऐसी स्थिति में नियुक्तियां रद्द हो चुकी हंै। गौरतलब है कि कैडर भर्ती में व्यापक भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। 22 सितंबर 2023 को जारी अंतिम चयन सूची में जिन 19 समिति प्रबंधकों की नियुक्ति का आदेश जारी किया गया उसके पहले बैंक द्वारा मंगाए गए दावा आपत्ति की न तो सुनवाई की गई और न ही अपात्र किए गए सहायक समिति प्रबंधकों को कारण बताया गया।

नियम विरुद्ध हुई भर्तियों को लेकर दैनिक भास्कर में लगातार समाचार का प्रकाशन किया जा रहा था। जिसे गंभीरता से लेते हुए आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं भोपाल द्वारा जांच टीम बनाई गई थी। टीम ने भर्ती प्रक्रिया का परीक्षण कर प्रतिवेदन में उल्लेख किया कि नियुक्ति एवं पदोन्नति में सेवा नियमों का पालन नहीं किया गया। तथ्यों के आधार पर पारदर्शिता नहीं बरती गई।

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