मध्य प्रदेश: आउटसोर्स प्रथा समाप्त नहीं हुई तो रतलाम, कटनी, इटारसी में होगा रेल रोको प्रदर्शन - वासुदेव शर्मा
डिजिटल डेस्क, भोपाल। संविदा के बाद अब मप्र के अलग-अलग विभागों में काम कर रहे 10 से 12 लाख आउटसोर्स कर्मचारियों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। हजारों कर्मचारी रविवार को सीहोरे से तिरंगा यात्रा लेकर पहुंचे तथा शाहजहानी पार्क में दिनभर डेरा डाला।
आउटसोर्स कर्मचारियों काे संबोधित करते हुए आउटसोर्स, अस्थायी एवं ठेका कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आउटसोर्स प्रथा समाप्त नहीं की तो हम रतलाम, कटनी, तथा इटारसी में रेल रोको प्रदर्शन करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि सरकार उनकी अनदेखी कर रही है। आउटसोर्स में काम करने वालों को 8 से 10 हजार रुपए मिल रहे हैं, जबकि एजेंसियां 12 से 15 हजार रुपए प्रति कर्मचारी सरकार से ले रही हैं।
बता दें कि 9 सितंबर को सीहोर से तिरंगा रैली निकाली गई जो भोपाल तक पहुंची। संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने बताया कि 10 सितंबर के आउटसोर्स आंदोलन में प्रदेशभर से गलियों हजार कर्मचारी शामिल हुए। उन्होंने बताया कि ऐसे कर्मचारी हैं तो जिन्हें न तो न्यूनतम वेतन मिलता है और न ही नौकरी में सुरक्षा है। शिवराज सरकार का आउटसोर्स कल्चर अन्याय कारी कल्चर है, जिसने सरकारी विभागों का निजीकरण कर लाखों युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है, इसलिए नौकरियों में लागू आउटसोर्स प्रथा समाप्त होनी चाहिए।