मध्यप्रदेश: पहली ही आंधी में उखड़ गई महाकाल लोक की मूिर्तयां, निर्माण में भारी भ्रष्टाचार - रामनिवास रावत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-05-28 13:58 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामनिवास रावत ने ने उज्जैन में महाकाल लोक में पहली आंधी बारिश में महाकाल लोक की सप्त ऋषि प्रतिमाओं के उखड़कर गिरने पर भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के बड़े आरोप लगाए। रावत ने सोशल मीडिया पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया में लिखा कि भगवान महाकाल से तो डरो लुटेरों, धर्म की आड़ में भ्रष्टाचार चरम पर है! महाकाल लोक के निर्माण में भ्रष्टाचार की हदें पार कर दी।

पहली आंधी बारिश नहीं झेल पा रही है सप्त ऋषि की प्रतिमाएं?

दरअसल, रविवार दोपहर में तेज आंधी-तूफान के साथ उज्जैन में बारिश हुई है। महाकाल लोक के अंदर कई देवी-देवताओं की बड़ी-बड़ी मूर्तियां स्थापित हैं। आंधी-तूफान के कारण ये मूर्तियां टूटकर गिर गई हैं। साथ ही कई मूर्तियां क्षतिग्रस्त भी हुई हैं। इसके बाद महाकाल प्रबंधन मूर्तियों को व्यवस्थित करने में जुट गया है। इसकी वजह से जनहानि नहीं हुई है।

रावत ने कहा कि धर्म के नाम पर भ्रष्टाचार की विधायकों की कमेटी से जांच होना चाहिए! जिस तरह से पूरे देश भर के श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने आते हैं उन्हें कई जरूरी सुविधाएं नहीं मिल पाती। महाकाल लोक का निर्माण कांग्रेस सरकार के समय में ही मंजूर किया गया तथा 300 करोड़ से अधिक की योजना मंजूर की गई, लेकिन भाजपा सरकार ने इसका काम प्रारंभ करने से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लोकार्पण कराने के चक्कर में कई काम जल्दबाजी में पूरे किए साथ ही करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार इसके निर्माण में किया जिसका जीता जागता सबूत पूरे प्रदेश को मिल गया पहली आंधी और बारिश में ही महाकाल लोक के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोल दी। धर्म के नाम पर भ्रष्टाचार करती है भाजपा, मंदिरों को भी नहीं छोड़ रही। रावत ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।

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