मध्यप्रदेश: पर्चा तो एक बहाना है, असलियत में तुम्हें बालाजी का बनाना - पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
- जैसीनगर में बागेश्वर धाम सरकार के दिव्य दरबार में उमड़ा आस्था का सैलाब
- दरबार में दूर-दूर से आए कई लोगों के कष्टों का निवारण
- मंच से पंडित शास्त्री ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की प्रशंसा की
डिजिटल डेस्क, भोपाल। जैसीनगर में चल रहे धर्म के महाकुंभ में रविवार को बागेश्वर धाम सरकार का दिव्य दरबार लगा। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने लोगों की समस्याओं का निवारण किया। सबसे पहले उन्होंने कथास्थल पर बेहतरीन व्यवस्थाओं के लिए राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की प्रशंसा की। शाम को कथा में उन्होंने हनुमान जी की आठ सिद्धियों और नौ निधियों के बारे में विस्तार से बताया। साधु जी राम-राम और जय श्रीराम के जयकारों से पूरा जैसीनगर गुंजायमान हो उठा।
दिव्य दरबार में पंडित शास्त्री ने कहा, जो कहते थे कि भगवान नहीं होते, दिव्य शक्तियां नहीं होती, झूठे तरीके से अन्य मजहब के लोग भोले-भाले लोगों को हली-उल्लाह के नाम पर करंट लगाते थे, हमें लगता है उन सबके मुंह पर तमाचा मारने के लिए बागेश्वर धाम का दरबार लगता है।
उन्होंने कहा, पर्चा तो एक बहाना है, असलियत में तो तुम्हें बालाजी का बनाना है। आज के बाद या तो तुम हनुमान जी को मानना छोड़ दो या फिर सब कुछ हनुमान जी पर छोड़ दो। हम इतनी मेहनत इसलिए कर रहे हैं, ताकि आप लोगों को तांत्रिकों के चक्कर में न पड़ना पड़े, अन्य मजहब के चक्कर में न पड़ना पड़े।
भगवान का मतलब पाॅजिटिविटी :
पंडित शास्त्री ने कहा, आज तक तथाकथित लोगों ने भारत को सिर्फ भूत (भूतकाल) पकड़ाए हैं, भय, झूठी दिलासा, झूठा सम्मोहन, नकारात्मक बातें पकड़ाई हैं और हम भारत के लोगों को भगवान पकड़ाकर जाएंगे। भगवान का मतलब पाॅजिटिबिटी, भगवान का मतलब नित नई ऊर्जा होता है। चमत्कार के चक्कर में नहीं, हनुमान जी के चक्कर में पड़िए। उन्होंने इसे दोहा और चौपाइयों के जरिए समझाते हुए कहा... और देवता चित न धरईं, हनुमत सेई सर्व सुख करहीं।
व्यवस्थाओं की प्रशंसा की :
कथा के दूसरे दिन सागर जिले के साथ ही पूरे प्रदेश और देश से लोग जुटे। भंडारा (प्रसादी) अनवरत चलती रही। गर्मी में पानी की व्यवस्था से भी लोग खुश नजर आए। यहां तक कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी मंच से व्यवस्थाओं के लिए मंत्री राजपूत और आयोजन समिति की तारीफ की।
आस्था ऐसी, हजारों लोग पैदल पहुंचे :
गढ़ाकोटा के छोटा छपरा से एक युवक पदयात्रा करते हुए दिव्य दरबार में पहुंचा। उसने अपनी परेशानी बताई, इससे पहले ही पंडित शास्त्री ने उसका पर्चा बना लिया था। जब युवक को उन्होंने पर्चा बताया तो वही परेशानियां थीं। यह देख पंडाल जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। ऐसे ही हजारों लोग पदयात्रा और पिंड भरते हुए कथा में पहुंचे थे। दिव्य दरबार में पंडित शास्त्री ने कई लोगों के दुःखों का निवारण किया। अंत में सामूहिक अर्जी लगवाई। कथा में पीडब्ल्यूडी मंत्री पंडित गोपाल भार्गव, विधायक शैलेंद्र जैन सहित कई जनप्रतिनिधि गुरु जी का आशीर्वाद लेने पहुंचे।