जगतगुुरु शंकराचार्य की भव्य अगवानी, निकली कलश यात्रा
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री १००८ अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के नगर आगमन पर शहरवासियों द्वारा भव्य अगवानी की गई। जगतगुरु शंकराचार्य जी के आगमन पर अनगढ़ हनुमान मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। उनके सानिध्य में गुरुवार को श्री बड़ी माता मंदिर का भूमिपूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया है। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के आगमन पर बुधवार को सिवनी रोड स्थित श्रीजी लॉन में श्रद्धालुओं ने अगवानी की। यहां से शंकराचार्य जी के सानिध्य में भव्य वाहन रैली अनगढ़ हनुमान मंदिर पहुंची। अनगढ़ हनुमान मंदिर से भव्य कलश यात्रा प्रारंभ हुई। कलश यात्रा फव्वारा चौक, गोलगंज, मेन रोड होते हुए छोटी बाजार पहुंची। श्री बड़ी माता मंदिर में शंकराचार्य जी ने दर्शन, पूजन-पाठ किया।
पुष्पवर्षा कर किया स्वागत:
जगतगुरु शंकराचार्य जी के नगर आगमन पर श्रद्धालुओं ने भव्य अगवानी की। कलश यात्रा के मार्ग में सामाजिक, राजनैतिक, धार्मिक, सांस्कृतिक संगठनों के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्वागत-वंदन किया। जगह-जगह पुष्पवर्षा कर श्रद्धालुओं ने शंकराचार्य जी की अगवानी की। कलश यात्रा के मार्ग में श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह शीतल जल, शीतल पेय, छाछ की व्यवस्था की गई थी।
यह रहा आकर्षण का केंद्र:-
कलश यात्रा में श्री बड़ी माता मंदिर का मॉडल भी शामिल रहा। यात्रा में दुलदुल घोड़ी नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। कलश यात्रा मार्ग में एक बुजुर्ग द्वारा भक्तिमय नृत्य की प्रस्तुति देखकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए।
आज आम से किया जाएगा श्रृंगार:-
भूमिपूजन कार्यक्रम के अवसर पर श्री बड़ी माता मंदिर के गर्भगृह में आम से श्रृंगार किया जाएगा।
आज के कार्यक्रम:-
आज सुबह १० बजे से श्री बड़ी माता मंदिर का भूमिपूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम जगतगुरु शंकराचार्य जी के सानिध्य में आयोजित किया गया है।
भगवा धर्म ध्वजा का रोहण किया:-
वाहन रैली मार्ग में मानसरोवर काम्पलेक्स अमित ठेंगे चौक में शंकराचार्य जी ने भगवा धर्म ध्वजा का रोहण किया।
हनुमान मंदिर में करेंगे पूजन:-
जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज गुरुवार को सुबह ९ बजे ब्राम्हण समाज के बीच श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर नरसिंहपुर रोड पहुंचेंगे। यहां शंकराचार्य जी द्वारा भगवान परशुराम जी का पूजन किया जाएगा।