घोटाले की जांच: 21 सस्पेक्टेड बैंक खातों की जांच, 13 में निकली गड़बड़ी
- सात दिनों तक चली लंबी जांच
- 21 सस्पेक्टेड खाते जांच अधिकारियों के सामने आए
- 13 खातों में गलत लेनदेन दर्ज किया गया
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जुन्नारदेव बीईओ कार्यालय में सात दिनों तक चली लंबी जांच के बाद 21 सस्पेक्टेड खाते जांच अधिकारियों के सामने आए थे। जिनके लेन-देन मेेंं शुरु से ही जांच अधिकारियों को शक था। इन खातों की जांच के बाद 13 खातों में गलत लेनदेन दर्ज किया गया। 1 करोड़ 32 लाख 87 हजार 922 रुपए के गबन के मामले में पूर्व बीईओ सहित संकुल के बाबू पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।
जुन्नारदेव में सात दिनों से जबलपुर वित्त विभाग की टीम सबसे बड़े घोटाले की जांच कर रही थी। शुक्रवार को वित्त विभाग के सहायक संचालक रोहित सिंह कौशल ने पत्रकारवार्ता लेते हुए पूरे मामले का खुलासा किया। आरोपी बाबू तोसिफ खान ने लाखों की राशि अपनी पत्नी और बहन के खाते में हस्तांतरित कर ली। इतना ही नहीं कोरोना में मृत कर्मचारी के खाते में पैसा डालने की बजाय अशासकीय व्यक्ति के खाते में राशि डाल ली गई। वित्त विभाग ने तमाम दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। अब रिपोर्ट प्रशासन के पास आनी है। जिसके बाद जनजातीय कार्य विभाग द्वारा आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आरोपी बाबू तौसिफ खान और पूर्व बीईओ एमआई खान के कार्यकाल के दौरान हुई गड़बड़ी पर कार्रवाई प्रस्तावित है।
सतेंद्र सिंह मरकाम (सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य विभाग) का कहना है कि जांच रिपोर्ट का प्रतिवेदन आने के बाद आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। अभी जांच रिपोर्ट का प्रतिवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।